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Ramayan : जब लक्ष्मण जी को आया भरत जी पर क्रोध, तब श्रीराम ने कही यह बात
"कितनी ही बड़ी आपत्ति क्यों न आ जाए, लेकिन आखिर पुत्र अपने पिता को कैसे मार सकता है अथवा भाई अपने प्राणों के समान प्रिय भाई की हत्या कैसे कर सकता है?"
Niharika