अनेक रोगों की एक दवा- अमृतधारा, जानिए क्या हैं फायदे और कैसे करें इस्तेमाल
अमृतधारा एक ऐसी आयुर्वेदिक दवाई है, जो बड़ी आसानी से घर पर ही तैयार की जा सकती है, लेकिन ये कई बड़ी बीमारियों का कारगर इलाज कर सकती है.
अमृतधारा बनाने की विधि-
अमृतधारा बनाने के लिए केवल तीन चीजें चाहिए:
1. अजवायन का सत,
2. देसी कपूर, और
3. पिपरमेंट (पुदीने का सत)"
इन तीनों चीजों को एक समान मात्रा में लेकर एक कांच की छोटी शीशी में डाल देना है और फिर शीशी को अच्छी तरह से बंद कर रख देना है. कुछ ही समय बाद तीनों चीजें एक पारदर्शी द्रव में बदल जाएंगी, यही है अमृतधारा.
अमृतधारा के फायदे
यदि आपको सर्दी या एलर्जी की वजह से जुकाम हो गया है तो आपने अमृतधारा को जिस शीशी में रखा है, उसे खोलकर बार बार सूंघते रहें.
अमृतधारा के फायदे
अमृतधारा चर्म रोगों या त्वचा से जुड़े रोगों के लिए बहुत अच्छी और कारगर दवाई मानी जाती है.
अमृतधारा के फायदे
यदि आपके दांत में दर्द है, तो आप अमृतधारा को छोटे से रुई के फाहे में भिगोकर दर्द वाली जगह पर रख दीजिए.
अमृतधारा के फायदे
यदि ठंड के कारण आपके हाथ या पैरों की उंगलियां सूज गई हैं तो रात को उंगलियों पर अमृतधारा लगाकर सो जाएं.