8 नवंबर 2022 को कार्तिक पूर्णिमा पर इस साल का आखिरी चंद्रग्रहण, जानिए सूतक काल टाइम और भारत में ग्रहण दिखने का समय
इस साल कार्तिक पूर्णिमा 8 नवंबर को है। कार्तिक पूर्णिमा के दिन ही देव दीपावली भी मनाई जाती है, लेकिन इस साल कार्तिक पूर्णिमा पर 8 नवंबर को साल का दूसरा चंद्र ग्रहण लग रहा है।
भारत में चंद्र ग्रहण का समय
चंद्रग्रहण 8 नवंबर को शाम 5.32 बजे शुरू होगा, जो शाम 6.19 बजे खत्म हो जाएगा। ऋषिकेश पंचाग के अनुसार चंद्र ग्रहण शाम को 5:10 बजे से 6:11 बजे तक रहेगा।
उज्जैन की जीवाजी वेधशाला के अधीक्षक के अनुसार चंद्र ग्रहण भारत में दोपहर 2.38 बजे शुरू होगा और शाम को 4.23 से ईटानगर में चंद्रोदय के साथ ही ग्रहण दिखने लगेगा। चंद्र ग्रहण 6.19 बजे खत्म हो जाएगा।
हरि ज्योतिष संस्थान के ज्योतिर्विद, और आरपीएम मंदिर के पुजारी एवं ज्योतिषाचार्य ने बताया कि भारतीय समय के अनुसार यह चंद्र ग्रहण भारतीय समय के अनुसार दोपहर 2:41 बजे शुरू होगा और सायं 6:18 पर मोक्ष होगा।
साथ ही इन ज्योतिर्विद, पुजारी एवं ज्योतिषाचार्य यह भी बताया कि भारत में चंद्र ग्रहण शाम 5:32 बजे से शाम 6:18 बजे तक ही नजर आएगा।
चंद्र ग्रहण के सूतक काल का टाइम
ग्रहण के लगभग 9 घंटे पहले सूतक काल शुरू हो जाता है। इसलिए सूतक काल सुबह 8.10 बजे शुरू होगा, जो शाम 6.19 बजे समाप्त होगा।
उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार चंद्र ग्रहण का सूतक का आरंभ इस दिन सूर्योदय होते ही सुबह 5.38 बजे से शुरू हो जाएगा।
शाम 6.19 बजे के बाद उपछाया चंद्र गहण शुरू होगा जो कि शाम को 7.26 तक रहेगा, लेकिन उपछाया ग्रहण की धार्मिक मान्यता नहीं होती है।
इस साल कार्तिक पूर्णिमा और देव दीपावली कब मनाये
ज्योतिषाचार्य संतोष त्रिपाठी के अनुसार, देव दीपावली इस बार 7 नवंबर को मनाई जाएगी, क्योंकि सूतक काल में किसी भी प्रकार के पूजन पाठ, देव दर्शन या स्पर्श और धार्मिक कार्य पर रोक होती है।
कार्तिक माह की पूर्णिमा की शुरुआत 7 नवंबर की शाम 4:15 बजे से हो रही है, जिसका समापन अगले दिन यानी 8 नवंबर की शाम 4:31 बजे पर हो रहा है। चंद्रग्रहण के चलते देव दीपावली 7 नवंबर को मनाई जाएगी।
अगर कार्तिक पूर्णिमा पर भगवान सत्यनारायण की कथा पूजा करना चाहते हैं तो 7 नवंबर को ही कर सकते हैं।
दीपदान करने का शुभ मुहूर्त 7 नवंबर को शाम 5:14 बजे से 7:49 मिनट तक है। अगर दीपदान 8 नवंबर को करना चाहते हैं तो शाम 6.19 बजे ग्रहण खत्म होने के बाद स्नान करें और फिर दीपदान करें। गुरुपर्व 8 नवंबर को ही मनाया जाएगा।
8 नवंबर को सुबह सूतक शुरू होते ही मंदिरों के कपाट बंद कर दिए जाएंगे। सूतक काल समाप्त होने के बाद शाम को देव स्नान और सफाई के बाद पूजा-अर्चना होगी, और श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए मंदिरों के कपाट खोल दिए जाएंगे।
देश के पूर्वी भाग अर्थात भारत की पूर्व दिशा के शहरों, कोलकाता, कोहिमा, पटना, पुरी, रांची, ईटानगर के आसपास, में पूर्ण चंद्र ग्रहण दिखेगा। शेष भारत में आंशिक चंद्र ग्रहण दिखेगा।जहां पूर्ण ग्रहण रहेगा, वहां चंद्रमा लाल दिखाई देगा।