जब एक IAS ऑफिसर से पूछा गया कि IAS बनने के बाद उसने अपने जीवन में क्या बदलाव देखा?
तो उसने कहा कि, "IAS बनने से पहले मैं सबको गलत और नासमझ लगती थी. लोग मुझसे ज्यादा बात करना पसंद नहीं करते थे...
लेकिन आज वही लोग मुझमें हजारों अच्छाइयां ढूंढ लेते हैं. अगर किसी विषय पर मैं गलत भी होती हूं, तो भी वे मुझे सही ही समझते हैं...
यानी इस दुनिया में सारा खेल केवल सफलता का ही है. सफलता ही दूसरों का मुंह बंद करवा सकती है."
साइंस के नियम के अनुसार भंवरा उड़ नहीं सकता, क्योंकि उसके शरीर के भार और उसके पंखों के बीच कोई संतुलन नहीं है. लेकिन किसी ने भंवरे को बताया ही नहीं कि वह उड़ नहीं सकता और वह उड़ता रहता है...
लगातार हो रही असफलताओं से कभी निराश नहीं होना चाहिए, क्योंकि कभी-कभी गुच्छे की आखिरी चाबी ताला खोल देती है.
कोशिश करना तो बिल्कुल मत छोड़ो, क्योंकि दूसरा व्यक्ति एकदम तैयार बैठा है आपके छोड़े हुए अवसर का लाभ उठाने के लिए.
भगवान किसी का भाग्य नहीं लिखते. जीवन के हर कदम पर हमारी सोच, हमारा व्यवहार और हमारे कर्म ही हमारा भाग्य लिख देते हैं.
अगर आज आप मेहनत करके कुछ कर दिखाते हैं या कुछ बन जाते हैं, तो जीवन आपका ही बनेगा और अगर कुछ नहीं करेंगे तो इसका असर भी आपके जीवन पर ही पड़ेगा, बाकी किसी को इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा.
आपकी गलती आपकी है, आपकी जीत या हार भी आपकी है, इसलिए किसी को दोष दिए बिना अपनी और दूसरों की गलतियों से सीखो और आगे बढ़ो.
अच्छी स्थिति में वे लोग होते हैं जो किसी से आगे निकलने के दबाव से मुक्त होकर अपने को ही संवारने और सुधारने में लगे रहते हैं.
उनका केवल एक ही प्रतिद्वंदी है- वह स्वयं. उनका एक ही लक्ष्य है कि खुद को अपनी वर्तमान स्थिति से बेहतर कैसे बनाएं. उनकी प्रतिस्पर्धा दूसरों से नहीं, खुद से है.
दुनिया में लगभग हर तरह की बात कही जा चुकी है, बस किसी भी बात को कहने का तरीका ही उसे "क्या बात है" बना देता है.