जेम्स वेब टेलीस्कोप ने ली IC 5332 गैलेक्सी की तस्वीर, हबल की इमेज से क्यों है इतनी अलग…

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IC 5332 Galaxy by James Webb MIRI

NASA/ESA/CSA के जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप (James Webb Space Telescope) ने IC 5332 गैलेक्सी की नई तस्वीर जारी की है. यह तस्वीर जेम्स वेब के मिड-इन्फ्रारेड इंस्ट्रूमेंट (MIRI) के साथ ली गई है. इससे पहले IC 5332 गैलेक्सी की तस्वीर हबल टेलीस्कोप ने ली थी. नासा ने दोनों टेलीस्कोप की तस्वीरों को तुलनात्मक रूप से (Comparison) दिखाया है.

IC 5332 को पीजीसी 71775 के रूप में भी जाना जाता है. यह एक मध्यवर्ती सर्पिल आकाशगंगा है जो हमसे लगभग 30 मिलियन प्रकाश-वर्ष दूर है. IC 5332 गैलेक्सी का व्यास लगभग 66,000 प्रकाश-वर्ष है, जबकि हमारी गैलेक्सी मिल्की-वे का व्यास 1,00,000 प्रकाश वर्ष से ज्यादा है. यानी IC 5332 गैलेक्सी का आकार हमारी गैलेक्सी से छोटा है.

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आईसी 5332 की हबल टेलीस्कोप द्वारा ली गई इमेज और जेम्स वेब द्वारा ली गई इमेज में स्पष्ट अंतर देखा जा सकता है. आप देख सकते हैं कि हबल टेलीस्कोप की तस्वीर में IC 5332 की सर्पिल भुजाओं के बीच धूल के अंधेरे क्षेत्र (Dark areas of dust) दिखाई दे रहे हैं, जो गैलेक्सी की सर्पिल भुजाओं को अलग करते हुए से प्रतीत हो रहे हैं.

जबकि जेम्स वेब द्वारा ली गई तस्वीर में गैलेक्सी के स्ट्रक्चर की एक निरंतर उलझन (Continuous perturbation) दिखाई दे रही है, जो सर्पिल भुजाओं के आकार को भी स्पष्ट कर रही है. जेम्स वेब की तस्वीर में वे धूल भरे क्षेत्र अब डार्क नहीं हैं, क्योंकि जेम्स वेब का मिड-इन्फ्रारेड लाइट धूल से गुजरने में सक्षम है.

दोनों तस्वीरों में तारे अलग-अलग दिखाई दे रहे हैं, जिन्हें समझाया जा सकता है. अलग-अलग तारे अलग-अलग तरंग दैर्ध्य में भी चमकते हैं, इसलिए गैलेक्सी के कुछ तारे हबल की तस्वीर में स्पष्ट दिखाई देते हैं, तो कुछ तारे जेम्स वेब की तस्वीर में और भी स्पष्ट दिखाई दे रहे हैं.

इस तरह दोनों टेलीस्कोप की तस्वीरें एक-दूसरे के पूरक के रूप में काम कर रही हैं. दोनों ही इमेज हमें IC 5332 गैलेक्सी के स्ट्रक्चर के बारे में बेहतर जानकारी दे रही हैं.

James Webb’s MIRI Cryocooler

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James Webb Space Telescope

मिड-इन्फ्रारेड इंस्ट्रूमेंट (MIRI) जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप पर चार हाई टेक्नोलॉजी वाले उपकरणों में से एक, एक जॉइंट कैमरा और स्पेक्ट्रोग्राफ है, जिसका मतलब है कि यह अपनी जगह से काफी दूर के चित्र और प्रकाश स्पेक्ट्रा दोनों ले सकता है.

मध्य-अवरक्त तरंग दैर्ध्य (Mid-infrared wavelengths) का पता लगाने में एक्सपर्ट MIRI दूर की आकाशगंगाओं से प्रकाश को देख सकता है, साथ ही धूल के आवरण के अंदर बनने वाले तारों को भी देख सकता है. वेब के सभी उपकरणों को दूर तक ठीक से देखने के लिए बेहद कम तापमान की जरूरत होती है और MIRI उन सभी उपकरणों में सबसे ठंडा है.

MIRI में एक कैमरा और एक स्पेक्ट्रोग्राफ दोनों होते हैं, जो विद्युत चुम्बकीय स्पेक्ट्रम के मध्य-अवरक्त क्षेत्र में प्रकाश को देखता है. यह 5 से 28 माइक्रोन की तरंग दैर्ध्य रेंज पर काम करता है, यानी 5 से 28 माइक्रोन तक कवरेज दे सकता है. जेम्स वेब के बाकी उपकरण निकट-अवरक्त (near-infrared) में काम करते हैं.

दरअसल, विद्युत चुम्बकीय स्पेक्ट्रम के मध्य-अवरक्त क्षेत्र का निरीक्षण करना या ऑब्जर्वेशन करना बहुत चुनौतीपूर्ण है, क्योंकि इसका ज्यादातर भाग पृथ्वी के वायुमंडल द्वारा अवशोषित (Absorb) कर लिया जाता है.

पृथ्वी के वायुमंडल (Earth’s atmosphere) से निकलने वाली गर्मी चीजों को और जटिल बना देती है. और इसीलिए हबल टेलीस्कोप मध्य-अवरक्त क्षेत्र का निरीक्षण नहीं कर सका, क्योंकि इसके मिरर पर्याप्त रूप से ठंडे नहीं थे.

MIRI जेम्स वेब के लिए एक सुपर एयरकंडीशनर के रूप में काम करता है. यह अंतरिक्ष में बनने वाली थर्मल एनर्जी को रेडिएट करके ठंडा करता है. यह जेम्स वेब टेलिस्कोप को अंतरिक्ष के रेडिएशन और सूर्य की गर्मी से बचाता है. इसे क्रायोकूलर (Cryocooler) कहा जाता है.

जेम्स वेब के अन्य तीन उपकरण- NIRCam, NIRSpec और FGS/NIRISS माइनस 369.4 डिग्री फॉरेनहाइट (माइनस 223 डिग्री सेल्सियस) के तापमान तक पहुंचने के लिए, टेलीस्कोप के टेनिस-कोर्ट के आकार के सनशील्ड पर निर्भर हैं.

जबकि MIRI के पास सनशील्ड के साथ-साथ माइनस 447 डिग्री F (माइनस 266 डिग्री C) के एक समान ठंडे तापमान को प्राप्त करने के लिए स्पेशल क्रायोकूलर भी है.

MIRI निरपेक्ष शून्य (Absolute zero) से केवल 12 डिग्री फॉरेनहाइट (7 डिग्री सेल्सियस) वातावरण में काम करता है, जो थर्मोडायनामिक्स के नियमों के अनुसार न्यूनतम संभव तापमान है. वह तापमान जिस पर परमाणुओं की गति रुक जाती है.

हबल टेलीस्कोप दृश्य, पराबैंगनी और निकट-अवरक्त स्पेक्ट्रा (Near-infrared spectra) की सीमा तक देखता है. चूंकि MIRI के डिटेक्टरों में ठीक से ऑपरेट करने के लिए पर्याप्त ठंड है, जिसका असर IC 5332 की इस तस्वीर में देखा जा सकता है.



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