Mountains Types and Formation
पृथ्वी (Earth) की बाहरी सतह को मुख्य रूप से चार भागों में बांटा गया है-
स्थलमंडल, जलमंडल, वायुमंडल और जीवमंडल (Lithosphere, hydrosphere, atmosphere and biosphere). वर्तमान में पृथ्वी पर 7 महाद्वीप हैं और 5 महासागर हैं.
स्थलमंडल (Lithosphere) भूपटल या क्रस्ट का ऊपरी स्थलीय भाग है, जिसमें महाद्वीप, भूपृष्ठ पर पाए जाने वाले शैल पदार्थों सहित पर्वत, पठार आदि शामिल किए जाते हैं. पृथ्वी का जल से ढका भाग जलमंडल (Hydrosphere) कहलाता है, जैसे- महासागर, सागर, नदी, तालाब, झील, भूमिगत जल आदि. पृथ्वी के चारों तरफ सैकड़ों किमी तक पाया जाने वाला गैसीय आवरण वायुमंडल (Atmosphere) कहलाता है. पृथ्वी पर पाए जाने वाले सभी प्रकार के जीव-जंतु जीवमंडल (Biosphere) में आते हैं.
पृथ्वी पर जल और थल का असमान वितरण है. जहां उत्तरी गोलार्ध में स्थल की प्रधानता है तो वहीं दक्षिणी गोलार्ध में जल की. पूरी पृथ्वी के स्थल भाग (Earth’s Land Area) का 75% भूमध्य या विषुवत रेखा के उत्तर (North) में है.
पर्वत क्या हैं (What are Mountains)-
पर्वत पृथ्वी के स्थल भाग के प्रमुख भू-आकृतियों (Landforms) में से एक हैं. स्थल का वह भाग जो अपने आसपास के क्षेत्र से कम से कम 600 मीटर ऊंचा हो, शीर्ष चोटीनुमा हो और पृष्ठ तीव्र ढाल युक्त हो, तो पर्वत कहलाता है. धरातल के लगभग 27 प्रतिशत भाग पर पर्वतों का विस्तार है. धरातल पर आकार और स्वरूप की भिन्नता के आधार पर पर्वतीय स्थलाकृतियों को निम्नलिखित मुख्य भागों में बांटा गया है-
पहाड़ी (Hill)- इन्हें पर्वतों का लघु रूप कहा जा सकता है. इनका क्षेत्रीय विस्तार कम होता है और इनकी ऊंचाई भी कम होती है.
पर्वत कटक (Mountain Ridge)- संकीर्ण और ऊंची पहाड़ियों के क्रमबद्ध स्वरूप को पर्वत कटक या पर्वत चोटी (Mountain Ridge) कहा जाता है.
पर्वत श्रेणी (Mountain Range)- पर्वतों का विस्तृत रूप, जिसमें अनेक कटक (चोटियां), घाटियां आदि शामिल होते हैं, पर्वत श्रेणी कहलाते हैं. पर्वत श्रेणी या माउंटेन रेंज एक सीध में संकरी पट्टी रेखा के रूप में विस्तृत होती है. श्रेणी की पर्वत चोटियों की उत्पत्ति का काल एक ही होता है, लेकिन इनकी चट्टानों की बनावट में अंतर हो सकता है. हिमालय ‘पर्वत श्रेणी’ का मुख्य उदाहरण है.
पर्वत श्रृंखला या पर्वतमाला (Mountain Chain)- अलग-अलग युगों में बने लंबे और संकरे पर्वत श्रेणियों के समान्तर विस्तार को पर्वत श्रृंखला या पर्वतमाला कहते हैं. इन श्रेणियों के बीच पठार भी स्थित होते हैं, जैसे दक्षिण-पश्चिम अलास्का में स्थित एल्यूशियन पर्वतमाला (Aleutian Range).
पर्वत समूह (Cordillera)- जब अलग-अलग युगों में बनी पर्वत श्रेणियां, पर्वतमालाएं और पर्वत तंत्र एक साथ बिना किसी क्रम में विस्तृत होते हैं, यानी कहीं समान्तर श्रेणियां हों, तो कहीं गोलाकार हों, या कहीं बीच में घाटियां और पठार स्थित हों, तब उसे पर्वत समूह या कॉर्डिलेरा कहा जाता है, जैसे उत्तरी अमेरिका के प्रशांत तटीय भाग में स्थित ‘प्रशांत कॉर्डिलेरा’.
पर्वतों का वर्गीकरण
पर्वतों को मुख्य रूप से दो भागों में बांटा गया है-
(1) मौलिक या विवर्तनिक पर्वत (Original or Tectonic mountain)
(2) अवशिष्ट या घर्षित पर्वत (Residual or Subsequent mountain)
आगे – Mountains (2) : पर्वत क्या हैं और ये कैसे बनते हैं? पर्वत कितने प्रकार के होते हैं?
जानिए – पर्वत के पर्यायवाची शब्द (Synonyms of Mountain)
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