इतना बड़ा सूर्य हनुमान जी ने कैसे निगल लिया? पहले देवता नजर आते थे तो आज क्यों नहीं?
किसी व्यक्ति ने एक संत से पूछा कि “अगर भगवान हर जगह है, तो मूर्तियों-मंदिरों की क्या जरूरत है?” संत ने कहा- […]
किसी व्यक्ति ने एक संत से पूछा कि “अगर भगवान हर जगह है, तो मूर्तियों-मंदिरों की क्या जरूरत है?” संत ने कहा- […]
आज सनातन धार्मिक-ऐतिहासिक ग्रंथों में जो हिंदी अर्थ दिए गए हैं, वे मात्र शब्दार्थ हैं, उन्हें भावार्थ, गूढ़ार्थ और तत्वार्थ न समझें. शब्दार्थ और भावार्थ में बहुत अंतर होता है. सही भावार्थ समझना हर किसी के बस की बात नहीं. […]
आज का विज्ञान (Science) खुद ही बार-बार एक अदृश्य शक्ति की तरफ इशारा करता रहता है, फिर भी वह इस शक्ति को नजरअंदाज करना नहीं छोड़ता, जबकि विज्ञान खुद ही ये नहीं जानता कि विज्ञान किसने बनाया. […]
Copyright © 2019 - 2024 Prinsli.com - All rights reserved