Vasu Zeal Cough Syrup : वासु जील कफ सिरप को लेकर मेरा अनुभव

vasu zeal cough syrup

Vasu Zeal Cough Syrup Review in Hindi – हम सब जानते ही हैं कि इस समय पूरी दुनिया में कोरोना और उसकी वजह से होने वाले अलग-अलग तरह के संक्रमण का खतरा मौजूद है. इसी के साथ, ठंड और प्रदूषण के चलते कुछ लोगों को लगातार जुकाम, खांसी, कफ और किसी-किसी को छाती में दर्द की भी समस्या हो रही है. ऐसे में अस्थमा के मरीजों की दिक्कत और बढ़ जाती है.

यहां मैं उस दवाई के बारे में बताना चाहती हूं, जिसका सेवन मैंने सर्दियों में होने वाली इन समस्याओं से बचने के लिए किया है… और मैंने जब-जब उस दवाई का सेवन किया है, अच्छा ही महसूस किया है. वह दवाई है Vasu Zeal. यह कफ सीरप (Cough Syrup) है, जिसका इस्तेमाल मुख्य रूप से खांसी, कफ और जुकाम के लिए किया जाता है. मैंने इस दवाई का इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह से किया है.

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क्या है Vasu Zeal और क्या हैं इसके फायदे?

कंपनी के मुताबिक, वासु जील कफ सिरप (Vasu Zeal Cough Syrup) एक आयुर्वेदिक दवाई है, जो मुलेठी, अदरक, पुदीना, नीलगिरि, तुलसी, अडूसा और त्रिकटु से मिलकर बनी है. इस दवाई का रंग हरा (Green) है और स्वाद बिल्कुल कड़वा नहीं है. इसका इस्तेमाल केवल संक्रमण से बचने के लिए ही नहीं, बल्कि प्रदूषण, धूल, धुएं और एलर्जी से होने वाली खांसी और कफ आदि को दूर करने के लिए भी किया जाता है. यह दवाई कफ को मिटाकर सांस की नली को खुला रखने में मदद करती है.

वहीं, Vasu Zeal Herbal Granules का इस्तेमाल साइनसाइटिस, टॉन्सिलिटिस, नाक बंद, गले में जमाव, ब्रोन्कोस्पास्म, ब्रोंकाइटिस, डिस्पेनिया, सांस फूलना, ब्रोन्कियल अस्थमा की हल्की स्थिति के इलाज में किया जाता है. इस दवाई के कुछ और भी बड़े फायदे बताए गए हैं, जैसे कि यह स्वाइन फ्लू के संक्रमण से जुड़ी खांसी, जुकाम और गले की खराश से राहत दिलाती है. संक्रमण को रोकने के लिए सांस नली को साफ रखती है. फेफड़ों को मजबूत करती है और इम्युनिटी को बढाती है.

कैसे करें इस्तेमाल-

अगर मैं अपना अनुभव बताऊं तो मैंने वासु जील का सेवन सर्दियों और बारिश के दौरान खांसी, जुकाम, कफ, ठंड से छाती में दर्द और प्रदूषण से होने वाली एलर्जी को दूर करने के लिए किया है.

मैंने सर्दियों में एक हफ्ते तक रोज एक कप पानी उबालकर उसमें एक छोटी चम्मच वासु जील कफ सिरप मिलाया… और थोड़ा गुनगुना (यानी पीने लायक गर्म) होने पर पीया. मैंने इस दवा का सेवन कभी खाली पेट नहीं किया. हमेशा नाश्ता करने या खाना खाने के करीब एक घंटे बाद किया है…और फिर उसके एक घंटे बाद तक कुछ नहीं खाया.

कभी-कभी मैंने इस दवा का सेवन रात को सोने से पहले भी किया है. आमतौर पर मैंने यह दवा एक दिन में एक ही कप (एक कप गर्म पानी में एक छोटी चम्मच मिलाकर) ली है, लेकिन तेज जुकाम या ज्यादा कफ होने पर या ठंड लगने पर किसी-किसी दिन दो कप भी ली है.

नोट- कृपया याद रखें कि हर मरीज का मामला अलग-अलग हो सकता है, इसलिए बीमारी, दवाई लेने के तरीके, मरीज की उम्र, मरीज का चिकित्सा इतिहास (medical history) और अन्य कारणों के आधार पर वासु जील की डोज अलग-अलग हो सकती है. यानी Vasu Zeal की उचित खुराक क्या होनी चाहिए, यह बात मरीज की उम्र, लिंग और उसके स्वास्थ्य से जुड़ीं पिछली समस्याओं पर निर्भर करती है.

नोट- वासु जील की पैकिंग और शीशी में इसके इस्तेमाल करने के तरीके, मात्रा आदि के बारे में बताया गया है. इसी के साथ, डॉक्टर की सलाह लेना न भूलें.

वासु जील के सेवन में सावधानी

मेरी उम्र 25 वर्ष है. मुझे अब तक वासु जील के कोई साइड इफेक्ट नजर नहीं आए हैं. इसके इस्तेमाल से मुझे किसी तरह के पेट दर्द, सिरदर्द, सुस्ती, आदत लगने या गर्मी बढ़ने की शिकायत नहीं हुई है. बच्चों के लिए भी यह दवा सुरक्षित मानी जा सकती है. फिर भी कोई भी दवा लेने से पहले कुछ बातों का ध्यान जरूर रखें-

♦ पहली बात कि कोई चीज या दवा चाहे जितनी अच्छी हो, लेकिन हर चीज का सेवन सही या उचित मात्रा में ही करना है.

♦ दूसरी बात कि केवल इंटरनेट पर पढ़कर अपने-आप किसी दवा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, क्योंकि ये जरूरी नहीं कि जो चीज सबको सूट करती हो, वो हमें भी सूट ही करे. इसलिए किसी भी दवा का सेवन करने से पहले किसी डॉक्टर या सही जानकार की सलाह जरूर ले लेनी चाहिए.

♦ कृपया गर्भवती महिलाऐं या स्तनपान कराने वाली महिलाएं वासु जील का इस्तेमाल (या किसी भी तरह की दवा का इस्तेमाल) डॉक्टर की सलाह के बाद ही करें.

♦ शराब का सेवन करने वाले कृपया वासु जील का सेवन डॉक्टर की सलाह से करें.

-Aditi Singhal (मैं डॉक्टर या सलाहकार नहीं हूं और इस जानकारी में मैंने केवल अपना अनुभव बताया है)



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