Besan Ka Sheera Recipe : दादी का पसंदीदा, सर्दी-खांसी में लाभकारी है बेसन का शीरा

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बेसन का शीरा

Besan Ka Sheera Recipe For Cold

मौसम बदल रहा है. सर्दियाँ जाने को हो रही हैं. इस समय कभी गर्म या कभी सर्द हवा चल रही है. यह समय कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता (Weak Immunity) वाले लोगों के लिए कठिन होता है. उन्हें अक्सर इस समय सर्दी-जुकाम पकड़ लेता है.

जब भी सर्दी की शुरुआत होने पर या सर्दी जाने का समय होता था, मेरी दादी अक्सर घर के बच्चों के लिए हेल्दी शीरा (Healthy Sheera) बनाती थीं. उनका मानना था कि मौसम बदलते समय सर्दी-जुकाम जल्दी पकड़ता है और यह शीरा उसमें फायदेमंद होता है.

बेसन का शीरा (Besan Ka Sheera) सेमी थिक हलवा होता है जिसे आप लपसी भी कह सकते हैं. बेसन, घी और गुड़ से बना यह स्वादिष्ट हलवा मौसम के खिलाफ लड़ने में लाभदायक है. यह शीरा शरीर को ऊर्जा देने के साथ-साथ संक्रमण से बचाव भी करता है.

हमारे यहाँ गर्मी में गेहूँ के आटे से शीरा बनाते हैं और सर्दी में बेसन से, क्योंकि गेहूँ की तासीर ठंडी होती है और बेसन की गर्म. इस शीरा को आप सूप की तरह पतला बनाकर भी खा सकते हैं. आइये इस हेल्दी शीरा को बनाने की विधि जानते हैं-

सामग्री —

बेसन – 200 ग्राम
सूजी – 50 ग्राम
घी – 3 बडे चम्मच
गुड़ – 150 ग्राम
काली मिर्च, हरी इलायची – 2-2
दूध – 1/4 कप
पानी- 1/2 कप
सूखे मेवे – आवश्यकतानुसार

बनाने की विधि —

1. कढ़ाही में घी गर्म करें.
2. सूजी और बेसन डालकर सुनहरा होने तक भूनें. साथ ही हल्दी पाउडर भी डालकर भूनें ताकि हल्दी भी आटे के साथ पक जाए.
3. बेसन भुन जाने पर दूध व गर्म पानी धीरे-धीरे चलाते हुए डालें, ताकि गाँठें न बनें.
4. गुड़, काली मिर्च और इलायची कूटकर डालें.
5. लगातार 2-3 मिनट तक लगातार चलाते हुए पकाएं.
6. बेसन का शीरा तैयार है. पसंदीदा ड्राई फ्रूट्स डालकर गरमागरम सर्व करें.

Extra Points –

1. ध्यान देने की बात यह है कि इस शीरा को गरम-गरम खाना होता है और इसे खाने के बाद पानी या कुछ ठंडा नहीं खाना चाहिए.
2. इसका सबसे अधिक फायदा रात को सोने से पहले खाने से होगा.

Written By : कुसुम विकास यादव (Kusum Vikas Yadav) (Click Here)

बेसन : चना भारत की मुख्य फसलों में से एक है. सभी रूपों में यह बहुत पौष्टिक और स्वादिष्ट होता है, इसीलिए चने को ‘दलहनों का राजा’ (King of Pulses) भी कहा जाता है. सूखे चने के आटे को ही ‘बेसन’ (Besan) कहते हैं. बेसन के तो बहुत इस्तेमाल हैं और फायदे भी. बेसन से ही भजिया, पकौड़े, बड़े, चीला, कढ़ी, ढोकला, रायता, हिंगोरा, खांडवी, शीरा, लड्डू, हलवा, बूंदी, मिठाई, चाट, पापड़ी, रोटी, पूड़ी, सब्जी, सेव, नमकीन और न जाने कितनी तरह की स्वादिष्ट चीजें बनती हैं. इसके आलावा, बेसन का इस्तेमाल धार्मिक कार्यों में या पूजा में और त्वचा को निखारने में भी होता है.

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