Navratri ke Upay: नवरात्रि में मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए कुछ विशेष उपाय

navratri kali lakshmi saraswati, mahishasur vadh ki katha, navratri, navratri ke upay, navratri ke totke, navratri ki puja, navratri maa durga, gupt navratri, chaitra navratri, नवरात्रि, mahishasura mardini stotram
नवरात्रि पर देवी को प्रसन्न करने के लिए किए जाने वाले कुछ उपाय.

Navratri ke Upay: नवरात्रि में मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए कुछ विशेष उपाय

साल में चार नवरात्रि (4 Navratri In A Year) आती हैं- माघ, चैत्र, आषाढ़ और आश्विन. ये चारों ही नवरात्रि ऋतु परिवर्तन (मौसम में बड़े बदलाव) के समय मनाई जाती हैं. चैत्र नवरात्रि को वासंतिक नवरात्रि और आश्विन नवरात्रि को शारदीय नवरात्रि भी कहा जाता है… और ये दोनों मुख्य नवरात्रि होती हैं, जिनके बारे में सभी जानते हैं. शारदीय नवरात्रि की दसवीं तिथि को दशहरा या विजयादशमी मनाया जाता है, और चैत्र नवरात्रि की नवमी तिथि को रामनवमी मनाई जाती है. नवरात्रि में व्रत, सात्विक आहार, मंत्र-जाप और कन्या पूजन का विशेष महत्व होता है. नवरात्रि में माँ दुर्गा की विशेष कृपा प्राप्त करने के लिए कई तरह के उपाय (Navratri ke upay) बताए गए हैं.

पढ़ें – नवरात्रि क्या है, नवरात्रि की कथाएं
पढ़ें – नवरात्र में व्रत और आहार के नियम

गुप्त नवरात्र (Gupt Navratri) क्या हैं-

बाकी दोनों नवरात्र यानी माघ और आषाढ़ की नवरात्रि को गुप्त नवरात्रि (Gupt Navratri) भी कहा जाता है. गुप्त नवरात्रियों में विशेष इच्छाओं की पूर्ति या विशेष कामनाओं की सिद्धि की जाती है. सामान्य नवरात्रि में सात्विक और तांत्रिक, दोनों तरह की पूजा-आराधना की जाती है, वहीं गुप्त नवरात्रि में ज्यादातर तांत्रिक पूजा या विशेष साधना या गुप्त पूजा की जाती है.

यानी इस नवरात्रि में की जाने वाली कोई भी पूजा या तंत्र साधना को, दूसरों को बताया नहीं जाता है, बल्कि सबसे छिपाकर पूजा की जाती है. कहते हैं कि गुप्त नवरात्रि में पूजा और मनोकामना जितनी ज्यादा गोपनीय होती है, सफलता उतनी ही ज्यादा मिलती है.

पढ़ें – मां दुर्गा के भव्य स्वरूप और उनके 9 रूपों का वर्णन (सभी मंत्रों सहित)
पढ़ें – नवरात्र में कन्या पूजन की विधि और महत्व

नवरात्र का महत्व (Navratri Puja ka Mahatva)-

नवरात्रि से वातावरण के तमस का अंत होता है, यानी नकारात्मक ऊर्जा कम होती है और सात्विकता की शुरुआत होती है. मन में उल्लास, उमंग और उत्साह बढ़ता है. नवरात्रि में देवी और उनके अलग-अलग स्वरूपों की उपासना की जाती है. नवरात्रि में सभी दैवीय शक्तियां जाग्रत रहती हैं और देवी अपने हर रूप में अपने भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करती हैं. देवी को प्रसन्न कर लेने से किसी भी तरह के ग्रह दोष भी नहीं रह जाते. नवरात्रि में नौ दिनों तक दिन के किसी भी समय देवी की पूजा-आराधना की जा सकती है, लेकिन नवरात्रि में रात्रि का विशेष महत्व होता है.

नवरात्र के दौरान रात का कौन सा समय माना जाता है सबसे महत्वपूर्ण?

कई विद्वानों के अनुसार, नवरात्रि के दौरान रोज रात्रि में देवी की उपासना करके विशेष वरदान या सिद्धियां प्राप्त की जा सकती हैं. ये नौ दिन और रात्रियां पूजा, उपासना और साधना के लिए सबसे अच्छी मानी जाती हैं. लेकिन इसके लिए जरूरी है कि मन और खानपान पूरी तरह से सात्विक हो. नवरात्र के नौ दिनों तक रात के 11 बजे से रात के 1 बजे तक का समय सबसे महत्वपूर्ण और कीमती माना जाता है. इस दौरान देवी की उपासना करने या उनके किसी भी मंत्र आदि का जाप आदि करने से विशेष फल प्राप्त होते हैं.

नवरात्रि में माँ दुर्गा की विशेष कृपा प्राप्त करने के लिए सामान्य उपाय (Navratri ke Upay)-

  • नवरात्रि में रात को देवी की उपासना जरूर करें.
  • नवरात्रि में मां दुर्गा की पूजा लाल फूलों से करें. अगर माता रानी को गुड़हल के फूल चढ़ाए जाएं, तो और भी अच्छा होता है.
  • नवरात्रि में नौ दिनों तक दुर्गा सप्तशती (Durga Saptashati) और दुर्गा कवच (Durga Kavach) का पाठ करना या सुनना बहुत ही अच्छा होता है.
  • नवरात्रि में पूरे नौ दिनों तक श्रीरामरक्षास्तोत्र (Shri Ram raksha stotra) का पाठ (चाहें तो संस्कृत में या हिंदी में) करना भी बहुत अच्छा होता है. इससे स्वास्थ्य, धन आदि की समस्याएं दूर होती हैं, मन का भय दूर होता है और रक्षा का आशीर्वाद मिलता है.

पढ़ें – श्रीरामरक्षास्तोत्र (संस्कृत व हिंदी में)

  • नवरात्र में रोजाना कपूर और लौंग से मां दुर्गा की आरती करें. अगर पूजा के दौरान रोज मां दुर्गा को थोड़ा सा शहद और जरा सा इत्र अर्पित करें तो बहुत अच्छा होता है.
  • नवरात्र में खासकर नवमी के दिन माता रानी को कमल का फूल चढ़ाना, देवी को हलवा, पूरी और चने का प्रसाद लगाना, दोपहर में या उसके बाद घर में हवन करना बहुत अच्छा होता है.
  • नवरात्रि में व्रत-उपवास का विशेष महत्व होता है, लेकिन अगर व्रत न रख सकें तो नौ दिनों तक अपना खानपान सात्विक जरूर बनाए रखें. प्याज-लहसुन, मांस-मदिरा आदि से बिल्कुल दूर रहें. हो सके तो नौ दिनों तक साधारण सफेद नमक की जगह सेंधा नमक का ही इस्तेमाल करें.

नवरात्रि में आर्थिक समस्याएं दूर करने के उपाय-
नवरात्रि में लक्ष्मी प्राप्ति के उपाय

नवरात्रि शक्ति पूजा का महापर्व है. इन नौ दिनों में माता रानी के सभी स्वरूपों की पूजा-उपासना की जाती है. मां लक्ष्मी, मां दुर्गा, मां सरस्वती, मां काली आदि सभी शक्तियां एक ही हैं. इन सभी की उपासना से अपनी अलग-अलग मनोकामनाओं की पूर्ति की जाती है. नवरात्रि में मां लक्ष्मी जी को प्रसन्न करने के लिए कई तरह के उपाय (Navratri ke upay) बताए गए हैं-

  • नवरात्रि के किसी भी दिन मां लक्ष्मी जी का कोई ऐसा चित्र मंदिर में स्थापित करें, जिसमें मां आशीर्वाद दे रही हों. इस चित्र को नवरात्रि के सभी दिन गुलाब के फूल या उनसे बनी माला अर्पित करें. आप चाहें तो मां लक्ष्मी जी को रोज गुलाब के फूलों से बना इत्र (रुई के एक छोटे से टुकड़े में लगाकर) भी चढ़ा सकते हैं. इसके बाद भगवान विष्णु जी को प्रणाम करके “ॐ श्रीं श्रीयै नमः” मंत्र का 11 माला जप करें. नवरात्रि के बाद भी हर शुक्रवार को इस चित्र को गुलाब के फूल या गुलाब का इत्र अर्पित करें.
  • नवरात्र के नौ दिनों तक रोजाना रात्रि के समय श्रीसूक्तम (Sri suktam) का पाठ करने या पूरे मन से सुनने से आर्थिक समस्याएं जाने लगती हैं.
  • नवरात्र में रोजाना एक पान के पत्ते में गुलाब की पंखुड़ियां रखकर मां दुर्गा को दोनों हाथों से अर्पित करना अच्छा माना जाता है.
  • अगर नवरात्रि के नौ दिनों तक घी का एक अखंड दीपक जलाया जाता है (एक ही दीपक बिना बुझे पूरे नौ दिनों तक) तो इससे घर की आर्थिक समस्याएं दूर होती हैं.

विवाह संबंधी समस्याएं दूर करने के उपाय-

  • अगर किसी लड़के का विवाह नहीं हो रहा है तो उसे नवरात्रि में रोजाना नौ दिनों तक दुर्गा सप्तशती में से ‘अर्गला स्तोत्र’ का पाठ करना चाहिए.
  • अगर किसी लड़की का विवाह नहीं हो रहा है तो नवरात्र में नवमी के दिन मां दुर्गा को पूरे प्रेम से लाल साड़ी या लाल चुनरी और सौंदर्य या श्रृंगार की चीजें चढ़ाएं. इसके बाद इन सभी चीजों को किसी सुहागिन स्त्री को दान कर दें.


Copyrighted Material © 2019 - 2024 Prinsli.com - All rights reserved

All content on this website is copyrighted. It is prohibited to copy, publish or distribute the content and images of this website through any website, book, newspaper, software, videos, YouTube Channel or any other medium without written permission. You are not authorized to alter, obscure or remove any proprietary information, copyright or logo from this Website in any way. If any of these rules are violated, it will be strongly protested and legal action will be taken.



About Niharika 268 Articles
Interested in Research, Reading & Writing... Contact me at niharika.agarwal77771@gmail.com

Be the first to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published.


*