नवरात्रि व्रत में क्या खाएं और क्या ना खाएं, नवरात्रि में 9 दिन व्रत करने वाले इन बातों का रखें विशेष ख्याल

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चैत्र नवरात्रि से जुड़ी प्रमुख बातें और व्रत के नियम और खाना.

Navratri me kya khana chahiye – पहली बार रख रहे हैं नवरात्रि व्रत, तो जान लें उपवास में क्या खाएं और क्या नहीं खाएं, नवरात्रि में 9 दिन व्रत करने वाले किन बातों का रखें विशेष ध्यान, कितना पौष्टिक है व्रत का खाना, और क्या है नवरात्री व्रत के वैज्ञानिक और चिकित्सीय आधार.

नवरात्रि व्रत में क्या खाएं क्या ना खाएं
(Navratri Vrat me kya khaye kya nahi)

व्रत-उपवास अपनी-अपनी क्षमता के अनुसार किए जाते हैं. नवरात्रि के व्रत को लेकर कोई विशेष कठोर नियम नहीं हैं. कुछ लोग केवल व्रत का खाना खाते हैं, तो कुछ लोग इस दौरान केवल फल खाते हैं और सादा पानी या नारियल पानी (Coconut water) ही पीते हैं. लेकिन नवरात्र के व्रत के दौरान प्याज, लहसुन आदि से परहेज लगभग सभी लोग करते हैं… और शराब, नशा, मांस आदि को तो हाथ भी नहीं लगाना चाहिए.

दरअसल, अलग-अलग समुदायों और अलग-अलग क्षेत्रों में नवरात्रि के व्रत के नियमों में भी थोड़ा अंतर आ जाता है, लेकिन कुछ नियम सभी जगह लगभग समान ही हैं. ज्यादातर लोग इस दौरान खाने में मुख्य रूप से फल, जूस, दूध, दही, सूखे मेवे, कुट्टू का आटा, चावल आदि का ही सेवन करते हैं. साधारण सफेद नमक की जगह सेंधा नमक और मसालों में केवल काली मिर्ची और जीरा का ही इस्तेमाल किया जाता है.

नवरात्रि व्रत में क्या न खाएं –

♦ अगर आप नवरात्रि का व्रत रख रहे हैं तो इन चीजों से परहेज करें-

♦ प्याज, लहसुन, गोभी, पालक, अन्न, अनाज, आटा, दालें, मैदा, सूजी (रवा), बेसन, चावल, फलियां, कॉर्नफ्लोर, होल व्हीट.

♦ सामान्य नमक, हल्दी, हींग, सरसों, मेथी दाना, गरम मसाला और धनिया पाउडर.

♦ सरसों का तेल, रिफाइंड तेल या सोयाबीन ऑयल में बना खाना.

♦ मांसाहारी खाना और शराब, अल्कोहल.

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नवरात्रि व्रत में क्या खाएं (Navratri me kya Khana chahiye) –

♦ अगर आप नवरात्रि का व्रत रख रहे हैं तो-

♦ कुट्टू, सिंघाड़े, राजगिरे के आटे से बने पकवान, जैसे- पूरी, पराठे, हलवा, पकोड़े, लड्डू आदि खाए जा सकते हैं.

♦ मखाने – खीर, सब्जी या घी में फ्राई करके खाए जा सकते हैं.

♦ समा के चावल – इन्हें सामान्य चावलों की तरह ही पकाकर इनके पुलाव या खीर बनाई जा सकती है.

♦ समा के चावल का आटा – इससे उत्तपम, इडली, डोसा आदि बनाए जा सकते हैं.

♦ साबूदाना – साबूदाने की खिचड़ी, खीर, साबूदाने के पकोड़े, बड़ा, थालीपीठ, लड्डू आदि.

सभी तरह के सूखे मेवे

दूध, दही और दूध से बनी चीजें.

गुड़, शहद, चीनी, नारियल, तरबूज के बीज, मूंगफली, मूंगफली का तेल, इमली, कोकम.

♦ मसाले- सेंधा नमक, काली मिर्ची, जीरा, पुदीना, अदरक, नींबू, हरा धनिया, हरी मिर्च, करी पत्ता, हरी इलाइची, अजवाइन, जायफल, लौंग, दालचीनी, अनारदाना.

♦ सब्जियां – आलू (जीरा आलू, दही आलू, हलवा या दही में डालकर रायता आदि), कद्दू (हलवा, रायता, खीर आदि), अरबी या कचालू (सूखी अरबी, दही अरबी, अरबी टिक्की), जिमीकंद, शकरकंद, लौकी, गाजर, कच्चा केला, खीरा.

♦ सभी तरह के फल – नवरात्रि के व्रत के दौरान सभी तरह के फल खाए जा सकते हैं.

♦ टमाटर – नवरात्रि के व्रत में टमाटर (Tomato) खाया जा सकता है, क्योंकि इसे फल भी माना जाता है.

♦ कुकिंग ऑयल – वैसे तो व्रत की ज्यादातर चीजें घी में ही बनाई की जाती हैं, क्योंकि घी में बने खाने का स्वाद और पौष्टिकता अलग ही होती है. लेकिन इसके अलावा सनफ्लॉवर और मूंगफली का तेल भी इस्तेमाल किया जा सकता है.


व्रत में जरूरी है संतुलित और पौष्टिक भोजन (Navratri me kya Khana chahiye) –

♦ व्रत-उपवास के दौरान अपने शरीर को जबरन कष्ट नहीं दिया जाता, बल्कि भोजन में संतुलन और सात्विकता बनाई रखी जाती है. इससे शरीर में पोषक तत्वों की कमी भी नहीं होती और भगवान की पूजा और उपासना में भी ठीक से मन लगता है. कुछ लोग व्रत के दौरान तली चीजें ज्यादा खाने लगते हैं, इससे वजन बढ़ने की समस्या हो जाती है. इसलिए व्रत के दौरान तली चीजों की बजाय भाप में पकी हुई या भुनी हुई चीजों का सेवन करना चाहिए.

♦ अगर निर्जला व्रत नहीं है, तो शरीर में पानी की कमी न होने दें. समय-समय पर जरूरत पड़ने पर सादा पानी, या नारियल पानी, या नींबू पानी पीते रहें.

♦ व्रत में अन्न या अनाज का सेवन नहीं किया जाता है. इससे शरीर में एनर्जी की कमी महसूस होने लगती है. ऐसे में फलों और सब्जियों का सेवन किया जाना चाहिए, ताकि एनर्जी की कमी की समस्या को दूर किया जा सके.

♦ व्रत के दौरान सुबह के समय आलू फ्राई करके खाए जा सकते हैं. दरअसल, आलू में कार्बोहाइड्रेट अच्छी मात्रा में होता है, जिससे शरीर को काफी ताकत मिलती है.

♦ सुबह एक गिलास दूध भी पीया जा सकता है. दोपहर के समय फल या फलों का रस या जूस लेना चाहिए.

♦ कई लोग व्रत में एक बार ही भोजन करते हैं. ऐसे में एक निश्चित अंतराल पर फल खाए जा सकते हैं और रात में सिंघाड़े या कुट्टू के आटे से बने पकवान बनाकर खाए जा सकते हैं.

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कितना पौष्टिक है व्रत का खाना?
नवरात्री व्रत के वैज्ञानिक और चिकित्सीय आधार-

नवरात्रि के दौरान व्रत (Navratri Vrat) रखना अनिवार्य नहीं है, लेकिन भारत के ज्यादातर हिस्सों में लोग इस व्रत को जरूर रखते हैं. इन व्रतों को रखने के पीछे कई धार्मिक मान्यताएं तो हैं ही, साथ ही कुछ चिकित्सीय आधार भी हैं, जो व्रत को स्वास्थ्य की नजर से भी अच्छा बनाते हैं. दरअसल, नवरात्रि का पर्व प्राकृतिक, धार्मिक संस्कारों और मौसम में होने वाले कई बदलावों से जुड़ा है. इन बदलावों के चलते हमारे खानपान का पूरा असर हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है.

मौसम में होने वाले बदलावों के कारण चैत्र और शारदीय, दोनों ही नवरात्रि के दौरान हमारे पाचन तंत्र की ताकत धीमी पड़ जाती है. इसीलिए व्रत-उपवास के दौरान खाने की उन चीजों के सेवन की मनाही होती है, जिनसे पाचन तंत्र पर भार पड़ता है. उन चीजों की जगह ऐसी चीजों को खाने की सलाह दी जाती है, जो शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए अच्छी होती हैं. व्रत के दौरान जिन चीजों को खाने की मनाही होती है, उनके पूरे विकल्प भी मौजूद होते हैं.

जैसे- व्रत में अनाज नहीं खाया जाता, क्योंकि इसे पचाने में हमारे पाचन तंत्र को बहुत मेहनत करनी पड़ती है. जबकि फल, सलाद आदि सेहत और पाचन तंत्र, दोनों के ही लिए अच्छे माने जाते हैं. जैसे- कहा जाता है कि साल के कम से कम 80 दिन गेहूं नहीं खाया जाना चाहिए.

कुट्टू, सिंघाड़े या राजगिरे के आटे – व्रत के दौरान सामान्य आटे की जगह कुट्टू, राजगिरे के आटे की चपातियां या पूरियां बनाई जा सकती हैं.

समा के चावल – सामान्य चावल की जगह समा के चावल खाए जा सकते हैं. ये आकार में सामान्य चावल से छोटे होते हैं और ग्लूटेन फ्री होते हैं, साथ ही स्वादिष्ट और पौष्टिक भी होते हैं.

फलाहार – उपवास के दौरान फल ज्यादा खाए जाते हैं, क्योंकि फलों से लगभग सभी पौष्टिक तत्वों की कमी दूर हो जाती है, साथ ही ये पचने में भी हल्के होते हैं. फल पाचन तंत्र की शक्ति बढ़ाते हैं. इसलिए व्रत के दौरान फलाहार को श्रेष्ठ माना गया है.

दूध और दूध से बनी चीजें – दूध और दूध से बनी चीजों में प्रोटीन और एनर्जी भरपूर मात्रा में होती है, इसलिए इनसे पेट ज्यादा देर तक भरा हुआ महसूस होता है. इससे भूख तो कम लगती है, लेकिन एनर्जी बनी रहती है. इसके अलावा ये कैल्शियम के भी अच्छे स्रोत हैं.

दही – दही शरीर को ठंडा रखता है और शरीर को ताजगी देता है. इसलिए व्रत के दौरान एक कटोरी दही खाना अच्छा होता है.

सेंधा नमक – इन नौ दिनों में साधारण नमक नहीं खाया जाता है. दरअसल, साधारण नमक सेहत के लिए अच्छा नहीं होता, जबकि सेंधा नमक स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है. यह नमक का शुद्धतम रूप है. यह पाचन में सहायक होता है, साथ ही गैस और एसिडिटी की समस्या को भी कम करता है.

साबूदाना – साबूदाना कार्बोहाइड्रेट का अच्छा सोर्स है और व्रत-उपवास के दौरान एनर्जी देता है. नवरात्री में नौ दिनों में से एक-दो दिन इनका सेवन किया जा सकता है. व्रत के दौरान साबूदाने के पकौड़े के बजाय साबूदाने की खिचड़ी या खीर बनाकर खाएं, क्योंकि ये कैलोरी से भरपूर होते हैं. इससे देर तक एनर्जी बनी रहती है.

नवरात्रि के व्रत के दौरान प्याज, लहसुन नहीं खाया जाता है, क्योंकि ये शरीर में गर्मी बढ़ाते हैं, साथ ही मन पर भी कुछ अलग असर डालते हैं.


कैसे करें नवरात्र व्रत (नवरात्रि व्रत से जुड़े कुछ उपयोगी सुझाव)

Navratri me kya Khana chahiye –

♦ नवरात्रि के व्रत के दौरान मुंह से किसी भी तरह की कोई खराब बात नहीं निकालनी चाहिए. इसलिए इस व्रत के दौरान अपना ध्यान ज्यादा से ज्यादा देवी की उपासना में या अपने कार्यों में ही लगाना चाहिए.

♦ व्रत की शुरुआत में अगर भूख लग रही है, तो ऐसे में नींबू पानी पिया जा सकता है. इससे भूख को कंट्रोल रखने में मदद मिलती है, साथ ही ताकत भी आती है.

♦ एक साथ बहुत सारा पानी पीने की बजाय दिन में कई बार नींबू पानी पियें.

♦ जहां तक हो सके, निर्जला व्रत न रखें, क्योंकि इससे शरीर में पानी की कमी हो जाती है, जिससे शरीर से हानिकारक तत्व बाहर नहीं आ पाते हैं. इससे पेट में जलन, कब्ज, संक्रमण, पेशाब में जलन जैसी कई समस्याएं पैदा हो सकती हैं.

♦ ज्यादातर लोगों को व्रत के दौरान अक्सर कब्ज की शिकायत हो जाती है, इसलिए 9 दिनों का व्रत शुरू करने से पहले ही आंवला, त्रिफला, या सब्जियों का सूप या फलों का रस आदि चीजों का सेवन करना शुरू कर दें. इससे पेट साफ रहता है.

♦ व्रत के दौरान चाय, कॉफी का ज्यादा सेवन न करें.

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