Brightest Star Sirius A : रात्रि के आकाश का सबसे चमकीला तारा सीरियस है सूर्य से भी 20 गुना ज्यादा चमकदार

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यदि प्रदूषण का असर कम से कम हो, तो हम रात को आकाश में बहुत सारे सितारे देख सकते हैं, जो कि किसी काली चादर पर बिखरे हुए सुंदर चमकीले हीरों की तरह प्रतीत होते हैं. इन अनगिनत चमकीले सितारों में से कुछ सितारे ऐसे हैं, जो बाकी सितारों की तुलना में ज्यादा चमकते हुए दिखाई देते हैं. ध्रुव तारा उन्हीं में से एक तारा है, जिसे हम सब जानते ही हैं. लेकिन रात के आकाश में सबसे चमकीला सितारा जो नजर आता है, वह है- सीरियस (Sirius). ग्रीक भाषा में सीरियस का अर्थ ही है- “चमकदार”.

सीरियस को अंग्रेजी में ‘डॉग स्टार’ (Dog Star) नाम दिया गया है. इसे ‘सीरियस ए’ (Sirius A) के नाम से भी जाना जाता है और यह पृथ्वी के रात्रि आकाश (Night Sky) का सबसे चमकीला तारा है. इसे आधिकारिक तौर पर, अल्फा कैनिस मेजोरिस (Alpha Canis Majoris) के रूप में भी जाना जाता है और यह कैनिस मेजर नक्षत्र (महाश्वान तारामंडल) में स्थित है.

सीरियस अपनी आंतरिक चमक और हमारे सौरमंडल (Solar System) से इसकी निकटता के कारण उज्ज्वल और चमकदार दिखाई देता है. सीरियस A हमारी पृथ्वी के निकटतम ज्ञात सितारों में से एक है. यह पृथ्वी से केवल 8.6 प्रकाश वर्ष दूर (Light Years) है. सीरियस तारे का हिंदी नाम ‘व्याध’ है. व्याध तारे को संस्कृत में ‘मृगव्याध’ और ‘लुब्धक’ कहते हैं. इसी प्रकार, ‘महाश्वान तारामंडल’ को मराठी में ‘बृहल्लुब्धक’ कहा जाता है.

सीरियस एक बाइनरी स्टार है

सीरियस एक बाइनरी स्टार (Binary Star) है. यानी सीरियस अकेला नहीं है, इसका एक जोड़ीदार भी है, जिसका नाम ‘सीरियस बी’ (Sirius B) है. सीरियस B की खोज 1862 में की गई थी, और तब से सीरियस तारे को ‘सीरियस A’ नाम दे दिया गया. दोनों तारे हर 50 साल में एक-दूसरे की परिक्रमा करते हैं, और इस प्रकार अनुमान के मुताबिक, इन दोनों तारों के बीच की दूरी 8.2 और 31.5 खगोलीय इकाइयों (AU) के बीच (अलग-अलग होती) है.

बाइनरी स्टार सिस्टम- दो तारों की एक प्रणाली जिसमें एक तारा दूसरे तारे की परिक्रमा करता है या दोनों तारे मिलकर एक सामान्य केंद्र की परिक्रमा करते हैं.

वैज्ञानिकों के अनुमान के मुताबिक, यह बाइनरी सिस्टम या यह जोड़ी 200 से 300 मिलियन वर्ष पुरानी है. यह जोड़ी मूल रूप से दो चमकीले नीले रंग के सितारों से बनी थी. शुरुआत में इन दोनों सितारों में से सीरियस B ज्यादा भारी था. लगभग 120 मिलियन वर्ष पहले सीरियस B ने अपने हाइड्रोजन ईंधन का उपभोग (Consumed its Hydrogen Fuel) किया और एक लाल दानव (Red Giant) बन गया. बाद में अपनी बाहरी परतों को छोड़ने और एक व्हाइट ड्वार्फ के रूप में अपनी वर्तमान स्थिति में ढह गया.

‘सीरियस ए’ को ही क्यों कहा जाता है ‘सीरियस’

सीरियस A बहुत चमकीला है, इसलिए इसके बारे में तो लोग प्राचीन समय से ही जानते हैं, लेकिन ‘सीरियस B’ इतना कम चमकदार और इतना नन्हा सा है कि इसे खाली आँखों से नहीं देखा जा सकता है, क्योंकि यह सीरियस A की रोशनी में ही खो जाता है (आप तस्वीर में देख सकते हैं). चूंकि पृथ्वी से सीरियस A तारे को ही खाली आँखों से देखा जा सकता है, अतः इसे सिर्फ ‘सीरियस’ ही कह दिया जाता है.

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सीरियस-ए तारा (Sirius A star)

सीरियस A का द्रव्यमान हमारे सूर्य से दोगुना है और इसका व्यास 1.5 मिलियन मील (2.4 मिलियन किलोमीटर) है. यह उत्तरी गोलार्ध (Northern Hemisphere) की सर्दियों की रात के आकाश में ज्यादा दिखाई देता है.

सीरियस A हमारे सूर्य से 25 गुना ज्यादा चमकदार है, लेकिन अगस्ति या कैनोपस, बेटेलगेस, या रिगेल जैसे अन्य चमकीले सितारों की तुलना में यह काफी कम चमकदार है. नासा के ‘एस्ट्रोनॉमी पिक्चर ऑफ द डे’ के अनुसार, यदि सीरियस A को हमारे सूर्य के बगल में रखा जाए, तो सीरियस ए सूर्य की तुलना में 20 गुना ज्यादा चमक देगा.

खगोल वैज्ञानिकों के मुताबिक, सीरियस A धीरे-धीरे हमारे सौरमंडल के और करीब आ रहा है, इसलिए अगले 60,000 सालों में इसकी चमक में थोड़ी वृद्धि होने की उम्मीद है. यह लगभग अगले 2,10,000 सालों तक पृथ्वी के रात के आकाश में सबसे चमकीला तारा बना रहेगा.

सीरियस-बी तारा (Sirius B star)

सीरियस B एक व्हाइट ड्वार्फ (White Dwarf) है, जिसका व्यास केवल 12,000 किलोमीटर रह गया है. व्हाइट ड्वार्फ हमारे सूर्य जैसे तारों के बचे हुए अवशेष हैं. एक दिन हमारा सूर्य भी अपने अंतिम चरण में पहुंचकर व्हाइट ड्वार्फ बन जाएगा (कोई भी तारा अपने जीवन के अंतिम चरण में क्या बनेगा, यह उसके शुरुआती द्रव्यमान से तय होता है).

सूर्य जैसे तारे जब अपने परमाणु ईंधन स्रोतों (Nuclear Fuel Sources) को समाप्त कर देते हैं और बहुत छोटे आकार में ढह जाते हैं, तब वे एक व्हाइट ड्वार्फ बन जाते हैं. सीरियस B वैसा ही तारा है और इसीलिए इसकी चमक बेहद मंद पड़ चुकी है.

सीरियस A की तुलना में सीरियस B लगभग 10,000 गुना कम चमकदार है. इसकी कमजोर रोशनी के चलते खगोल वैज्ञानिकों को इसके अध्ययन में बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ता है, क्योंकि यह अपने साथी तारे सीरियस A की चकाचौंध में ही खो जाता है. हालांकि, हबल स्पेस टेलीस्कॉप की मदद से सीरियस बी को देखा जा सका. इस तारे का द्रव्यमान हमारे सूर्य के द्रव्यमान का 98 प्रतिशत है.

सीरियस B पृथ्वी से छोटा है, लेकिन पृथ्वी की तुलना में 3,50,000 गुना अधिक गुरुत्वाकर्षण क्षेत्र के साथ यह बहुत अधिक सघन (Dense) है. इसका मतलब है कि यदि पृथ्वी पर आपका वजन 150 पाउंड है, तो सीरियस B पर आपका वजन 50 मिलियन पाउंड हो जाएगा.



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LLB (Bachelor of Law). Work experience in Mahendra Institute and National News Channel (TV9 Bharatvarsh and Network18). Interested in Research. Contact- sonagarwal00003@gmail.com

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