Renewable Energy Resources
ऊर्जा देश के आर्थिक विकास के लिए प्रमुख इनपुट में से एक है. जब ऊर्जा संसाधनों (Energy Resources) की बात आती है, तो स्थिरता का प्रश्न हमेशा उठता है. यह महत्वपूर्ण है कि संसाधन हमारी जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त ऊर्जा प्रदान करें – मौसम के अनुसार हमारे घरों को ठंडा-गर्म करने, हमारे देश को बिजली देने और हमारी कारों को चलाने के लिए. हालाँकि, यह विचार करना भी महत्वपूर्ण है कि इन संसाधनों का दीर्घकालिक उपयोग कैसे किया जा सकता है.
कुछ ऊर्जा संसाधन पृथ्वी पर सीमित मात्रा में ही उपलब्ध हैं, जैसे कोयला, पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस आदि. ये संसाधन समय के साथ समाप्त हो जायेंगे, इसलिए इन्हें ‘गैर-नवीकरणीय ऊर्जा संसाधन‘ (Non-renewable Energy Resources) कहा जाता है. अतः इन संसाधनों का जिम्मेदारीपूर्वक उपयोग करना ही उचित होगा, ताकि ये संसाधन आने वाली पीढ़ी के लिए भी उपलब्ध हो सकें. इसी के साथ, इन संसाधनों का अधिक उपयोग पर्यावरण के लिए भी बहुत हानिकारक है. इसलिए भी इन संसाधनों का उपयोग उचित मात्रा में ही करना चाहिए.
वहीं, कुछ ऊर्जा संसाधन ऐसे हैं, जो कभी समाप्त नहीं होंगे, जैसे हवा, सूर्य का प्रकाश, ज्वार, भूतापीय गर्मी, बायोमास आदि. इसलिए इन्हें ‘नवीकरणीय ऊर्जा संसाधन’ (Renewable Energy Resources) के रूप में जाना जाता है. ये संसाधन निरंतर उपयोग के बाद भी समाप्त नहीं होंगे. इसी के साथ, ये संसाधन स्वच्छ ऊर्जा भी उत्पन्न करते हैं, यानी इनका प्रयोग पर्यावरण के लिए अपेक्षाकृत कम हानिकारक है.
ऊर्जा उत्पादन की प्रक्रिया में नवीकरणीय ऊर्जा संसाधनों का उपयोग करने से प्रदूषण कम होता है और इसका आर्थिक लाभ और ऊर्जा सुरक्षा पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है. और यही कारण है कि हाल के वर्षों में, कई देशों में नवीकरणीय संसाधनों का उपयोग बढ़ना शुरू हो गया है. नवीकरणीय ऊर्जा के स्रोत लंबे समय तक टिके रह सकते हैं और इन्हें आसानी से बार-बार नवीनीकृत किया जा सकता है, अतः नवीकरणीय ऊर्जा का महत्व अमूल्य है.
नवीकरणीय संसाधनों के उपयोग की सही विधि की खोज करना एक ऐसा कार्य है जो और भी अधिक महत्वपूर्ण होता जा रहा है क्योंकि पृथ्वी पर गैर-नवीकरणीय संसाधनों की आपूर्ति लगातार कम होती जा रही है. नवीकरणीय ऊर्जा में परिवर्तन न केवल दुनिया की तेजी से बढ़ती आबादी को बेहतर ढंग से बनाए रखेगा, बल्कि यह आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण भी प्रदान करेगा.
• नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों के कुछ उदाहरण हैं-
पवन ऊर्जा
सौर ऊर्जा
भू-तापीय ऊर्जा
पनबिजली
बायोमास ऊर्जा
नवीकरणीय संसाधनों के उपयोग से जुड़ी कुछ चुनौतियाँ
हालाँकि, नवीकरणीय संसाधनों के उपयोग से जुड़ी कुछ चुनौतियाँ हैं. उदाहरण के लिए, नवीकरणीय ऊर्जा गैर-नवीकरणीय ऊर्जा की तुलना में कम विश्वसनीय हो सकती है, क्योंकि ईंधन और बिजली उपलब्ध कराने के लिए हम दिन-रात, गर्मी-सर्दी, धूप या बारिश पर निर्भर नहीं रह सकते. धूप की भविष्यवाणी करना कठिन है. इसे बादलों द्वारा अवरुद्ध किया जा सकता है, वहीं रात में सूरज नहीं चमकता है.
पृथ्वी के अलग-अलग हिस्सों को स्थान, वर्ष के समय और दिन के समय के आधार पर अलग-अलग मात्रा में सूर्य का प्रकाश प्राप्त होता है. इसलिए इन संसाधनों पर निर्भर रहने पर, ऊर्जा उत्पादन की मात्रा में मौसमी और यहां तक कि दैनिक परिवर्तन भी होता रहता है.
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