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धर्म और अध्यात्म

Bhagavad Geeta Adhyay 7 : श्रीमद्भगवद्गीता – सातवां अध्याय (ज्ञान-विज्ञान योग)

जन्म-जन्मान्तर में किये हुए कर्मों से संस्कारों का संचय होता है और उस संस्कार समूह से जो प्रकृति बनती है, उसे स्वभाव कहा जाता है. प्रत्येक जीव का स्वभाव अलग-अलग होता है. उस स्वभाव के अनुसार जो अन्तःकरण में भिन्न-भिन्न देवताओं का पूजन करने की भिन्न-भिन्न इच्छा उत्पन्न होती है, उसी को उससे प्रेरित होना कहते हैं. […]

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धर्म और अध्यात्म

Bhagavad Gita Adhyay 6 : श्रीमद्भगवद्गीता – छठा अध्याय (आत्मसंयम योग)

मनुष्‍य को कभी भी यह नहीं समझना चाहिये कि मेरी प्रारब्‍ध बुरा है, इसलिये मेरी उन्‍नति होगी ही नहीं. मनुष्‍य का उत्‍थान-पतन उसी के हाथ में है. मनुष्‍य अपने स्‍वभाव और कर्मों में जितना ही अधिक सुधार कर लेता है, वह उतना ही उन्‍नत होता है. […]

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धर्म और अध्यात्म

Bhagwat Geeta Adhyay 5 : श्रीमद्भगवद्गीता – पांचवा अध्याय (सांख्ययोग एवं कर्मयोग का निर्णय)

हे श्रीकृष्ण! आप कर्मों के संन्यास की और फिर कर्मयोग की प्रशंसा करते हैं। इसलिए इन दोनों में से जो एक मेरे लिए भलीभाँति निश्चित कल्याणकारक साधन हो, उसको कहिए॥ […]

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धर्म और अध्यात्म

Bhagwat Geeta Adhyay 1 : श्रीमद्भगवद्गीता – प्रथम अध्याय – श्रीकृष्ण अर्जुन संवाद (अर्जुनविषादयोग)

हे कृष्ण! युद्ध क्षेत्र में डटे हुए युद्ध के अभिलाषी इस स्वजनसमुदाय को देखकर मेरे अंग शिथिल हुए जा रहे हैं और मुख सूखा जा रहा है॥ हाथ से गांडीव धनुष गिर रहा है और त्वचा भी बहुत जल रही है तथा मेरा मन भ्रमित … […]

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ब्लॉग

Shri Krishna Leela : शिशुपाल वध

शिशुपाल भरी सभा में श्रीकृष्ण का अपमान करने लगा, और जो भी उसे रोकने का प्रयास करता, वह उसका भी अपमान करने लगता. शिशुपाल, जो अपशब्दों को ही हथियार समझता था, ने बोलना आरम्भ किया- […]

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धर्म और अध्यात्म

भगवान श्रीकृष्ण द्वारा भगवान शिव के माहात्म्य व शिवलिंग पूजन के महत्त्व का वर्णन

शिव सदा स्थिर रहते हैं, इसलिए इनका लिंग-विग्रह भी सदा स्थिर रहता है और इसलिए वे ‘स्थाणु’ कहलाते हैं. भूत, भविष्य और वर्तमान काल में स्थावर और जंगमों के आकार में उनके अनेक …. […]

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धर्म और अध्यात्म
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धर्म और अध्यात्म

राधा-कृष्ण का यह भजन सुनकर लोग बोले- ‘लगता है जैसे इस सीरियल में ईश्वर ने स्वयं काम किया है’

श्रीकृष्णा सीरियल में राधा-कृष्ण के दिव्य प्रेम को काफी अच्छी तरह से दिखाने की कोशिश की गई है. स्वप्निल जोशी और श्वेता रस्तोगी (Swapnil Joshi and Shweta Rastogi) ने अपने-अपने किरदारों में जान डालने में कोई कसर नहीं छोड़ी है. […]

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