What is Desert in Geography
रेगिस्तान या मरुस्थल (Desert) पृथ्वी के ऐसे शुष्क क्षेत्र (Arid Region) हैं, जहाँ तापमान या तो बहुत उच्च होता है या बहुत निम्न. यहाँ दुर्लभ वनस्पति पाई जाती है. तापमान के आधार पर गर्म रेगिस्तान या ठंडे रेगिस्तान हो सकते हैं. जैसे अफ्रीका में स्थित सहारा रेगिस्तान (Sahara Desert) विश्व का सबसे बड़ा गर्म रेगिस्तान है, और अंटार्कटिक रेगिस्तान (Antarctic Desert) दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे ठंडा रेगिस्तान है.
रेगिस्तान की परिभाषा (Definition of Desert)- एक ऐसा भूमि क्षेत्र जो बंजर है और जहां कम वर्षा होती है, उसे रेगिस्तान के रूप में जाना जाता है. कोई भी क्षेत्र, जहां 10 इंच या 250 मिलीमीटर से कम बारिश होती है, उसे रेगिस्तान के रूप में परिभाषित किया जाता है. रेगिस्तान का तापमान बहुत ज्यादा या बहुत कम होता है और इसमें दुर्लभ वनस्पति होती है. तापमान के आधार पर रेगिस्तान गर्म या ठंडे हो सकते हैं.
वर्षा और तापमान
रेगिस्तान की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसमें बहुत कम वर्षा होती है. अधिकतर रेगिस्तानों में ऐसे वर्षावनों (Rainforests) की तुलना में प्रति वर्ष 300 मिलीमीटर से कम वर्षा होती है, जहाँ 2,000 मिलीमीटर से अधिक वर्षा होती है. इसका मतलब है कि रेगिस्तान में, वर्षावन में होने वाली बारिश का केवल 10 प्रतिशत ही होती है.
रेगिस्तान में दिन-रात के तापमान में काफी अंतर हो सकता है, क्योंकि यहाँ की हवा इतनी शुष्क होती है कि रात में गर्मी तेजी से निकल जाती है. कुछ गर्म रेगिस्तानों में दिन का तापमान औसतन 38°C होता है जबकि रात में यह -4°C तक गिर सकता है. रेगिस्तान के स्थान के आधार पर तापमान भी काफी भिन्न होता है.
वनस्पति
चूँकि रेगिस्तान की परिस्थितियाँ बेहद गंभीर होती हैं, इसलिए वहाँ रहने वाले पौधों को पानी की कमी की भरपाई के लिए अनुकूलन की आवश्यकता होती है. कुछ पौधे, जैसे कैक्टि (cacti) अपने तनों में पानी जमा करते हैं और इसे बहुत धीरे-धीरे उपयोग करते हैं, जबकि अन्य पौधे जैसे झाड़ियाँ कुछ पत्तियाँ उगाकर या पानी इकट्ठा करने के लिए बड़ी जड़ प्रणाली (Large root systems) रखकर पानी को स्टोर करते हैं. कुछ रेगिस्तानी पौधों की प्रजातियों का जीवन चक्र कुछ हफ्तों का होता है जो केवल बारिश की अवधि के दौरान रहता है.
रेगिस्तान मुख्य रूप से चार प्रकार के होते हैं-
गर्म और शुष्क रेगिस्तान (Hot and Dry Desert)- इन रेगिस्तानों में सालभर तापमान गर्म और शुष्क रहता है. कुछ प्रसिद्ध शुष्क रेगिस्तानों में अफ्रीका का सहारा रेगिस्तान और संयुक्त राज्य अमेरिका के दक्षिण-पश्चिम में स्थित मोजावे रेगिस्तान शामिल है.
अर्ध-शुष्क रेगिस्तान (Semi-arid deserts)- ये रेगिस्तान गर्म और शुष्क रेगिस्तान की तुलना में थोड़े ठंडे होते हैं. अर्ध-शुष्क रेगिस्तानों में लंबी, शुष्क ग्रीष्मकाल के बाद कुछ बारिश के साथ सर्दियाँ आती हैं. ये रेगिस्तान उत्तरी अमेरिका, ग्रीनलैंड, यूरोप और एशिया में पाए जाते हैं.
तटीय रेगिस्तान (Coastal Deserts)- ये रेगिस्तान अन्य प्रकार के रेगिस्तानों की तुलना में थोड़ा अधिक आर्द्र (Humid) होते हैं. हालाँकि तट से घना कोहरा छाया रहता है, फिर भी यहाँ वर्षा दुर्लभ है. दक्षिण अमेरिका में चिली का अटाकामा मरुस्थल (Atacama Desert) तटीय मरुस्थल का उदाहरण है.
ठंडे रेगिस्तान (Cold Deserts)- ये रेगिस्तान शुष्क होते हैं और इनमें अन्य प्रकार के रेगिस्तानों की तुलना में बेहद कम तापमान होता है. अंटार्कटिक (Antarctica) ठंडे रेगिस्तान का उदाहरण है.
भारत का थार मरुस्थल (Great Indian Desert)
थार रेगिस्तान (Thar Desert), जिसे महान भारतीय रेगिस्तान (Great Indian Desert) के रूप में भी जाना जाता है, भारतीय उपमहाद्वीप के उत्तर-पश्चिमी भाग में एक शुष्क क्षेत्र है जो भारत और पाकिस्तान में 2,00,000 वर्ग किमी (77,000 वर्ग मील) के क्षेत्र को कवर करता है. यह भारत और पाकिस्तान के बीच एक प्राकृतिक सीमा बनाता है. यह दुनिया का 9वां सबसे बड़ा उपोष्णकटिबंधीय रेगिस्तान है.
भारत के कुल भौगोलिक क्षेत्रफल का लगभग 4.56% भाग थार रेगिस्तान में फैला हुआ है. थार रेगिस्तान उत्तर पूर्व में अरावली पहाड़ियों के बीच स्थित है और उत्तर में पंजाब और हरियाणा, पश्चिमी तट के साथ कच्छ के रण और उत्तर पश्चिम में सिंधु नदी के जलोढ़ मैदान तक फैला हुआ है. थार रेगिस्तान दुनिया के सबसे घनी आबादी वाले रेगिस्तानी क्षेत्रों में से एक है और इसके निवासियों का मुख्य व्यवसाय कृषि और पशुपालन है.
क्षेत्र का वितरण
थार रेगिस्तान का लगभग 85% भाग भारत में स्थित है, बाकी 15% भाग पाकिस्तान में स्थित है. थार रेगिस्तान का क्षेत्रफल भारत में लगभग 1,70,000 वर्ग किमी (66,000 वर्ग मील) है, और शेष 30,000 वर्ग किमी (12,000 वर्ग मील) रेगिस्तान पाकिस्तान के भीतर है. इस रेगिस्तान का 60% हिस्सा भारतीय राज्य राजस्थान में है, और यह अन्य राज्यों गुजरात, पंजाब और हरियाणा और पाकिस्तानी प्रांत सिंध में फैला हुआ है.
लोग और व्यवसाय
थार रेगिस्तान का जनसंख्या घनत्व 83 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी है. कुल जनसंख्या का लगभग 40% प्रतिशत रेगिस्तान में निवास करता है. इस रेगिस्तान में कृषि और पर्यटन प्रमुख व्यवसाय हैं. गाय, भैंस, भेड़, बकरी, ऊँट और बैल प्रमुख पशु आबादी में शामिल हैं. राजस्थान का थार क्षेत्र भारत का सबसे बड़ा ऊन उत्पादक क्षेत्र है, और इसी से इस रेगिस्तान को दुनिया का सबसे समृद्ध रेगिस्तान कहा जाता है. थार रेगिस्तान में जिप्सम और काओलिन जैसे खनिज भी पाए जाते हैं.
ग्रेट इंडियन डेजर्ट की मिट्टी साल भर सूखी रहती है और हवा से कटाव का खतरा रहता है. रेगिस्तान से तेज गति वाली हवाएँ चलती हैं, जो इसका कुछ भाग निकटवर्ती उपजाऊ भूमि पर जमा हो जाती हैं. ये तेज हवाएँ रेगिस्तान के भीतर रेत के टीलों को हिलाने का कारण बनती हैं. इस क्षेत्र में कैक्टस, नीम, खेजड़ी, बबूल निलोटिका जैसे जड़ी-बूटी वाले पौधे पैदा होते हैं. ये सभी पौधे उच्च या निम्न तापमान और कठिन जलवायु परिस्थितियों में खुद को समायोजित (Accommodate) कर सकते हैं.
गोल्डन सिटी (Golden City) थार रेगिस्तान में स्थित है-
जैसलमेर (Jaisalmer) भारत का सबसे शुष्क स्थान है जिसे स्वर्ण नगरी (Golden City) भी कहा जाता है, राजस्थान अनेक सांस्कृतिक एवं नैतिक आचारों वाला एक सुन्दर राज्य है. जैसलमेर थार रेगिस्तान के मध्य में स्थित है. यहाँ गर्मी और सर्दी दोनों में तापमान अपने चरम पर पहुँच जाता है. यहाँ गर्मियों में अधिकतम तापमान 49ºC और न्यूनतम 25ºC होता है. सर्दियों में अधिकतम तापमान 23ºC और न्यूनतम तापमान 5ºC होता है. औसत वर्षा 210 मिमी है. इसे भारत का सबसे शुष्क स्थान कहा जाता है.
विश्व का सबसे बड़ा गर्म मरुस्थल सहारा (Sahara Desert)
सहारा रेगिस्तान (Sahara Desert) अफ्रीका में स्थित है और उत्तरी अफ्रीका के कई देशों में फैला हुआ है. ठंडे अंटार्कटिका और आर्कटिक रेगिस्तान सहारा रेगिस्तान से आकार में बड़े हैं. सहारा रेगिस्तान विश्व का सबसे बड़ा गर्म रेगिस्तान है. सहारा रेगिस्तान का क्षेत्रफल 9.2 मिलियन वर्ग किलोमीटर है. यह अफ्रीका के कुल क्षेत्रफल का 31% है. यह रेगिस्तान पृथ्वी के कुल भूमि क्षेत्र के लगभग 8% भाग पर फैला हुआ है.
सहारा रेगिस्तान 10 अलग-अलग देशों को कवर करता है- अल्जीरिया, चाड, मिस्र, लीबिया, माली, मॉरिटानिया, नाइजर, पश्चिमी सहारा, सूडान और ट्यूनीशिया हैं. इस रेगिस्तान में शुष्क घाटियाँ, पहाड़, नमक के मैदान, बंजर और चट्टानी पठार और रेत के टीले हैं. सहारा रेगिस्तान में 20 झीलें हैं और उनमें से लगभग सभी खारे पानी की झीलें हैं. इस रेगिस्तान में मीठे पानी की एकमात्र झील चाड झील है.
सहारा रेगिस्तान में हर साल 1 इंच से भी कम बारिश होती है. यहाँ से कई ज्वालामुखीय, गहरे विच्छेदित पर्वत निकलते हैं. उत्तरी चाड की टिबेस्टी रेंज में एमी कौसी, सहारा रेगिस्तान की सबसे ऊंची चोटी है. इस रेगिस्तान में स्थित महत्वपूर्ण शहर चाड में फाया-लार्ज्यू, लीबिया में घाट, माली में टिम्बकटू, मॉरिटानिया की राजधानी नौआकोट आदि हैं.
लोग सहारा रेगिस्तान में रहते हैं, लेकिन अत्यधिक मौसम की स्थिति और पानी की कमी के कारण जनसंख्या बहुत कम है. 9.2 मिलियन वर्ग किलोमीटर में फैले सहारा रेगिस्तान में लगभग 2 मिलियन लोग रहते हैं. सहारा रेगिस्तान में रहने वाले लोग मुख्य रूप से खानाबदोश (Nomads) हैं.
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