Weight Loss Diet Tips
गलत खानपान और गलत दिनचर्या के चलते मोटापे की समस्या आज एक महामारी का रूप ले चुकी है. जहां एक बड़ी आबादी भूख से मरती है, तो वहीं उससे भी ज्यादा आबादी अब मोटापे से भी मर रही है. गाँवों की तुलना में शहरों के लोग मोटापे से ज्यादा परेशान हैं. गलत खानपान और गलत दिनचर्या नतीजा है कि अब 14 से 18 साल के बच्चों के खून में तक कोलेस्ट्रॉल और शुगर का खतरनाक लेवल देखने को मिल रहा है.
आजकल ज्यादातर लोग काम कम करते हैं (शरीर को एक्टिव कम रखते हैं), बैठे-बैठे खाते रहते हैं, अपने मन का ही खाते हैं, घंटों मोबाईल चलाते हैं और तब लोग डॉक्टर और डाइटीशियन के पास भागते हैं और जिम में जाकर पसीना बहाने लगते हैं.
मोटापे के गंभीर दुष्परिणाम-
एक रिपोर्ट के मुताबिक, मोटापे की वजह से कैंसर के सालाना दो लाख मरीज बढ़ सकते हैं. 13 तरह के कैंसर की मुख्य वजह मोटापा माना जाता है. इसके अलावा, मोटापे से टाइप-2 डायबिटीज और दिल की बीमारियां और भी ज्यादा बढ़ेंगी.
मोटे लोगों के हार्ट, किडनी और फेफड़ों को ज्यादा काम या मेहनत करनी पड़ती है, इसीलिए मोटापे से ग्रस्त लोगों की आयु घट जाती है. ऐसे लोगों में जवानी की अवस्था में भी थकान बनी रहती है, किसी भी कार्य के प्रति इच्छाशक्ति कम होती है. महिलाओं में मोटापे के कारण पीरियड्स भी डिस्टर्ब हो जाते हैं.
मोटे शरीर में बीमारियां जल्दी पैदा होती हैं. जब मोटापा बहुत ज्यादा बढ़ जाता है, तब डाइटिंग और एक्सरसाइज भी कुछ नहीं कर पाती, और तब सर्जरी ही आखिरी विकल्प बचती है. लेकिन सर्जरी जानलेवा भी हो सकती है, साथ ही यह बेहद खर्चीली भी है. इसलिए कोशिश तो यही होनी चाहिए कि सर्जरी की नौबत न आने पाए.
मोटापे की मुख्य वजहें-
(Main causes of Obesity)
• वजन मुख्य रूप से तीन कारणों से बढ़ता है-
गलत खानपान, गलत दिनचर्या और शारीरिक गतिशीलता में कमी
• वजन कैसे बढ़ता है- एक व्यक्ति भोजन के रूप में रोज जितनी कैलोरी लेता है, जब उसका शरीर रोज उतनी कैलोरी खर्च नहीं कर पाता, तो शरीर में एक्स्ट्रा कैलोरी फैट के रूप में जमा होने लगती है, जिससे वजन बढ़ने लगता है. धीरे-धीरे गलत दिनचर्या-खानपान, प्रदूषण और अपच के कारण ज्यादा वजन वाले लोगों के शरीर में बहुत मात्रा मात्रा में चर्बी (Toxins) जमा हो जाती है.
• गलत खानपान, जैसे- बाहर का खाना, जंक फूड, तला भोजन ज्यादा करना, एक बार में खूब ज्यादा खाना, खाने में तरल पदार्थ और फाइबर की मात्रा कम होना, खाली पेट भारी भोजन करना, मिठाई और मिल्क प्रोडक्ट्स का रोज सेवन करना, कुछ खास चीजों को ही खाने की आदत या इच्छा, चीनी का सेवन ज्यादा करना आदि.
आजकल बच्चों की पार्टी पिज्जा, बर्गर, कोल्ड ड्रिंक जैसी चीजों के बिना होती ही नहीं, जबकि हर रिसर्च में ये सामने आ चुका है कि ये सब खाने-पीने की चीजें होती ही नहीं.
कुछ लोगों को यही लगता रहता है कि दिनभर में एक पिज्जा या एक कोल्ड ड्रिंक से कोई नुकसान नहीं होता, लेकिन जहर तो जहर ही होता है. आज नहीं तो कल, इसके दुष्परिणाम देखने को मिल ही जाते हैं.
कुछ लोगों को बुरी आदतों की इस हद तक आदत लग जाती है कि वे तो उन बुरी आदतों को छोड़ते समय बीमार हो जाते हैं. और फिर वही लोग तर्क देते हैं कि ये बुरी आदत नहीं, मेरे शरीर की जरूरत है.
• गलत दिनचर्या, जैसे- एक जगह पर देर तक बैठे रहना, मोबाइल का इस्तेमाल ज्यादा करना, रात को देर से सोना, सुबह जल्दी उठकर मॉर्निंग वॉक पर भी न जाना, शरीर को एक्टिव न रखना, तनाव आदि.
आजकल के बच्चे खेलकूद से दूर होते जा रहे हैं, और ऑनलाइन गेम और जंक फूड की आदत लगाते जा रहे हैं, जिसका नतीजा उनके मानसिक और शारीरिक सेहत पर साफ-तौर पर देखने को मिल रहा है.
• मांसाहार
• शरीर में कोई बीमारी
• किसी अंग्रेजी दवा का लंबे समय तक इस्तेमाल
• अनुवांशिक समस्या
• महिलाओं में अक्सर बच्चों के जन्म के बाद यानी डिलीवरी के बाद वजन बढ़ जाता है.
देखें- स्वास्थ्य और आहार से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें
मोटापा कम करने के कारगर घरेलू उपाय
(Home Remedies to Reduce Obesity)
यहां हम कई आयुर्वेदिक एक्सपर्ट्स के कॉमन उपाय बता रहे हैं, जिन्हें अपनाकर अपने बढ़ते वजन को कंट्रोल किया जा सकता है-
सबसे पहले अपने मोटापे की सही वजह का पता लगाएं और उसी के अनुसार, किसी एक्सपर्ट्स की सलाह से अपना उपचार शुरू करें-
आजकल ऐसी कई एडवांस मशीनें मौजूद हैं जो आपको बता सकती हैं कि-
• शरीर में चर्बी की मात्रा ज्यादा है, या
• हड्डियों का वजन ज्यादा है, या
• शरीर के किस हिस्से का वजन ज्यादा है, या
• शरीर में पानी की मात्रा ज्यादा है.
अब सबसे पहले कुछ जरूरी बातें-
♦ यदि आपका वजन बढ़ा हुआ है और आप अपना मोटापा कम करना चाहते हैं, और यदि आप रोजाना भोजन में साधारण सफेद नमक का इस्तेमाल करते हैं, तो इसकी बजाय आप रोजाना भोजन में सेंधा नमक या काले नमक का ही यूज करना शुरू कर दें. कुछ समय बाद आपको फर्क खुद महसूस होगा.
♦ एक्सरसाइज का मतलब शरीर को एक्टिव बनाए रखने से है, न कि जोर-जोर से कठिन व्यायाम करने से. अपनी क्षमतानुसार सही और सरल व्यायाम करें. एक्सरसाइज करने के लिए जिम में जाने की बजाय घर पर या किसी पार्क में सुबह का समय चुनें.
♦ इसी तरह, डाइट का मतलब भूखे रहने से नहीं, बल्कि पचनेयुक्त सही खानपान से है. वजन कम करने के लिए खाना कभी न छोड़ें. इसकी बजाय संतुलित और सही पौष्टिक आहार लें. संतुलित और सही खानपान से वजन नहीं बढ़ता है और व्यक्ति स्वस्थ रहता है.
♦ नाश्ता जरूर करें, क्योंकि दिनभर की शारीरिक क्रियाओं के लिए शरीर को एनर्जी की जरूरत होती है जो बिना नाश्ते के सम्भव नहीं है. नाश्ते में हल्की से हल्की चीजें खाएं. दूध या दूध से बने प्रोडक्ट्स खाली पेट न खाएं. सुबह के नाश्ते में अंकुरित दालें या सब्जियों के अंकुरित बीज लिए जा सकते हैं. ये बहुत फायदेमंद हैं.
♦ प्रकृति द्वारा खाने लायक बनी चीजों का थोड़ी-थोड़ी मात्रा में सेवन करते रहें. इससे शरीर में जरूरी पौष्टिक तत्व पहुंचते रहते हैं. मांसाहार से दूर रहें.
अपने अंदर मजबूत इच्छाशक्ति और आदतों में बदलाव लायें, इसके लिए-
• शरीर को एक्टिव बनाए रखें. जरूरत न होने पर मोबाइल का प्रयोग कम करें और खुद को कुछ अच्छे कार्यों में व्यस्त करें.
• सुबह के समय, अपनी क्षमतानुसार कुछ सरल योगासन और एक्सरसाइज करें.
• सुबह-सुबह मॉर्निंग वॉक की आदत डालें, या कोई खेल खेलें या सूर्य नमस्कार करें. सूर्य नमस्कार से लगभग सभी तरह की एक्सरसाइज हो जाती हैं.
• सुबह प्राणायाम और कपालभाति जरूर करें. इससे 45 दिनों में लगभग 8-10 किलो वजन कम किया जा सकता है.
• खाना खाने के बाद कुछ मिनट वज्रासन में बैठें.
• बाहर का खाना कम खाएं और ऑनलाइन खाना कम ऑर्डर करें.
• एक बार में ज्यादा खाना न खाएं. थोड़ा-थोड़ा खाएं.
• दो भोजन के बीच ज्यादा लंबा गैप न रखें.
• छोटी-छोटी भूख में बजाय जंक फूड खाने के चने या फल या सूखे मेवे जैसी चीजें खाएं.
• शाम को 7 बजे के बाद खाना न खाएं (ज्यादा से ज्यादा रात 8 बजे तक खाना खा लें).
• डिनर और बेड पर जाने के बीच कम से कम 2 घंटे का गैप रखें.
• हफ्ते में एक दिन कोई न कोई व्रत-उपवास रखें, क्योंकि इससे हमारी बॉडी सिस्टम को खाना पचाने और शरीर की अंदर से मरम्मत करने का समय मिल जाता है.
• व्रत में हमेशा मौसमी फलों, जूस, सूखे मेवे आदि को शामिल करें. खीरा, तरबूज, संतरा, नींबू आदि लें.
• उचित मात्रा में ताजा छाछ और गाय के घी का सेवन किया जा सकता है.
• ज्यादा वजन वाले लोग ठंडा पानी न पीयें. गर्मियों में मटके का पानी और सर्दियों और बारिश में गुनगुना या गर्म पानी पीयें.
• पानी हमेशा आराम से बैठकर घूंट-घूंट कर पीयें.
रोज के खाने में क्या खाएं और क्या नहीं-
• खाने में तरल पदार्थों और फाइबर को ज्यादा शामिल करें.
• ज्यादा वजन वाले लोग मिठाई और मिल्क प्रोडक्ट्स का रोज सेवन न करें.
• व्हाइट शुगर यानी सफेद चीनी से दूर रहें और नेचुरल शुगर या प्राकृतिक चीनी जैसे गुड़, शहद, मिश्री, खजूर आदि का सेवन करें.
• गेहूं-चावल कम खाएं और इनकी बजाय मोटे अनाज और मौसमी फल-सब्जी ज्यादा खाएं. उबली हुई सब्जियां खाएं.
• वजन कम करने के लिए सफेद चावल की जगह ब्राउन राइस खाएं. इसे खाने से पाचन शक्ति तेज होती है, और पेट लंबे समय तक भरा रहता है.
• गेहूं की रोटी की बजाय दलिया खाएं. इसमें ढेर सारी मात्रा में विटामिन्स, मिनरल्स, प्रोटीन और फाइबर होता है. यह ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है, साथ ही वजन घटाने में भी मदद करता है.
• दलिया, बाजरा, छिलके वाली मूंग दाल और ब्राउन राइस, अजवाइन और काले तिल से बनी खिचड़ी का सेवन करें. यह पौष्टिक तत्व देने के साथ-साथ वजन कम करने में मदद करेगी.
वजन कम करने में मदद करने वाले कुछ खास उपाय
(सभी उपाय एक साथ नहीं अपनाने हैं)-
• सुबह खाली पेट गुनगुना नींबू पानी जरूर पीयें.
• गर्म पानी में नींबू का रस, अदरक का रस, हल्दी, काली मिर्च, सेंधा नमक, शहद (एक छोटी सी चम्मच), मिलकर सुबह खाली पेट पीयें.
• दालचीनी को उबालकर उसे छानकर सुबह खाली पेट या रात को सोने से पहले पीयें.
दालचीनी एक शक्तिशाली एंटी-बैक्टीरियल है. यह शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालने में मदद करती है, साथ ही नई वसा कोशिकाओं को शरीर में जमने नहीं देती है. लेकिन इसका सेवन उचित मात्रा में ही करना चाहिए. यानी किसी भी स्थिति में इसकी अति न करें.
• अश्वगंधा के तीन-तीन पत्ते सुबह-शाम चबा-चबाकर खाएं. या अश्वगंधा के दो पत्तों का पेस्ट बनाएं और सुबह खाली पेट इसे गरम पानी के साथ पी लें.
• रात में सोते समय दो इलायची खाकर गुनगुना पानी पीयें.
• 6-8 सौंफ के दानों को एक कप पानी में पांच मिनट तक उबालें और इसे छानकर सुबह खाली पेट गुनगुना पीयें.
• पुदीना की पत्तियों के रस की कुछ बूँदें गुनगुने पानी में मिलाएं और इसे खाना खाने के आधे घंटे बाद पीयें.
• रात को गुनगुने पानी से एक छोटी चम्मच त्रिफला का सेवन करें.
• गिलोय का पानी पीना भी मोटापे को कम कर सकता है.
• सुबह-शाम 2-2 गोली मेदोहर वटी और 1-1 गोली त्रिफला गुग्गुल खाएं.
• सर्दियों में सुबह-सुबह गोमूत्र का अर्क (एक छोटी चम्मच गुनगुने पानी के साथ).
• आंवला, मेथी दाना और अजवायन भी वजन घटाने में सहायक हैं.
• वजन घटाने में ग्रीन टी भी बहुत सहायक है, लेकिन एक दिन में दो कप से ज्यादा न पीयें (जानिए ग्रीन टी को पीने के फायदे और नियम).
• वजन कम करने के लिए ब्लैक कॉफी भी पी सकते हैं, लेकिन इसका सेवन सीमित मात्रा में ही करें, क्योंकि इसके कुछ नुकसान भी सामने आते हैं- जैसे कि
दिल की धड़कन का तेज होना, उल्टी की समस्या, तनाव की समस्या, अनिद्रा की समस्या, दिमाग में उलझन और बार-बार पेशाब की समस्या आदि.
• आयुर्वेद में मोटापे को कम करने के लिए पंचकर्म भी किया जाता है. इसके अच्छे नतीजे सामने आते हैं. लेकिन यह किसी एक्सपर्ट के मार्गदर्शन में ही करें.
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