Momos for Health : क्या मोमोज खाना सेहत के लिए हानिकारक है?

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क्या मोमोज खाना सेहत के लिए हानिकारक हैं?

Are Momos Unhealthy

स्वास्थ्य को सबसे बड़ा धन कहा गया है. यदि स्वास्थ्य है तो सुख है, और यदि स्वास्थ्य नहीं है तो सारा ऐश्वर्य बेकार है. तम्बाकू, शराब, गलत दिनचर्या, अनुशासनहीनता, शारीरिक निष्क्रियता, गलत खानपान और प्रदूषण आदि को कैंसर की मुख्य वजहों में से एक माना जाता है. कभी-कभी हम देखते हैं कि जिस व्यक्ति की दिनचर्या आदि ठीक है, वह शराब-तम्बाकू आदि का भी सेवन नहीं करता, स्वस्थ वातावरण में भी रहता है, उसे भी अचानक कैंसर जैसी बीमारी हो गई है. क्यों? इसका एक कारण है पैकेट बंद खाना और बाहर के खाने की आदत.

आप जब भी बाहर खाना खाते हैं, जैसे किसी स्ट्रीट फूड या किसी रेस्टोरेंट पर, तब क्या आपने कभी यह जानने की कोशिश की है कि आपको जो खाना परोसा जा रहा है, उसमें किस क्वालिटी की चीजों का इस्तेमाल किया गया है? कौन से तेल या घी या मसालों का इस्तेमाल हुआ है? वह तेल कितनी बार इस्तेमाल या गर्म किया गया है. कैसे पनीर का इस्तेमाल हुआ है. जिन बर्तनों में खाना बनाया गया है, वे बर्तन साफ थे या नहीं. जिन सब्जियों-फलों आदि का इस्तेमाल किया गया है, वे कितने दिन पुरानी हैं या उन्हें ठीक से धोया भी गया था या नहीं. और यदि धोया गया था तो कैसे पानी में धोया गया था?

नहीं, हम यह सब जानने की कोशिश नहीं करते, केवल अपने स्वाद के लिए खाते चले जाते हैं. मजबूरी या कभी-कभार की बात अलग है, लेकिन अपने शौक के लिए या केवल अपनी जीभ के लिए बाहर का खाना या पैकेट बंद चीजें खाते रहना हमारे लिए बहुत खतरनाक साबित हो सकता है. हमें कब ऐसी चीजों की आदत लग जाती है, हमें खुद इस बात का पता नहीं लग पाता. ऐसी ही एक चीज है मोमोज (Momos), जिसे आजकल के युवा बड़े चाव से खाते हैं.

लेकिन क्या आप जानते हैं कि मोमोज आपको जितने स्वादिष्ट लगते हैं, वे हमारी सेहत के लिए उतने ही नुकसानदेह भी हैं. एक नई रिसर्च में पता चला है कि लगातार आये दिन मोमोज खाने से कैंसर, हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज का खतरा बढ़ सकता है. इसलिए मोमोज के शौकीन लोगों को थोड़ा सतर्क हो जाना चाहिए.

लेकिन इससे पहले एक बात कि स्ट्रीट फूड संस्कृति पर्यटन का प्रमुख आकर्षण है और इसकी सराहना की जानी चाहिए, इसीलिए उचित स्वच्छता का रखा जाना भी बेहद आवश्यक है, क्योंकि लोगों के स्वास्थ्य से बढ़कर कुछ नहीं. और कुछ दुकानदार उचित स्वच्छता का ध्यान रखते भी हैं. और जो ऐसा करते हैं, तो यह विश्लेषण उनके लिए नहीं है. यह विश्लेषण उन्हीं के लिए है, जो उचित स्वच्छता और सतर्कता का ध्यान नहीं रखते.

मोमोज क्यों नहीं खाने चाहिए (Are momos harmful for health)?

हमारे देश में कितने ही लोग मोमोज की लत का शिकार हो चुके हैं, यह आप इस बात से समझ सकते हैं कि भारत में रोजाना ढाई करोड़ मोमोज खाये जा रहे हैं, और एक वर्ष में भारत के लोग करीब 800 करोड़ मोमोज खा जाते हैं. ऐसी कई रिपोर्ट्स आ चुकी हैं जिनमें मोमोज को जानलेवा बताया गया है.

अमेरिका के US Department of Agriculture में प्रकाशित हुई रिपोर्ट के मुताबिक, मैदे से बने हुए मोमोज को लगातार खाने से ब्लड शुगर, हाई ब्लड प्रेशर और यहाँ तक कि कैंसर जैसी बीमारियां भी हो सकती हैं. बाजार में मिलने वाले मोमोज में स्वाद और सुगंध के लिए कुछ ऐसे केमिकल्स का प्रयोग किया जाता है, जो शरीर के लिए जहर का काम करते हैं.

मैदे को Refined Flour भी कहा जाता है, क्योंकि यह गेहूं का ही एक प्रोडक्ट है जिसमें से सारा प्रोटीन और फाइबर निकाल दिया जाता है और बचता है मृत स्टार्च. मैदे के प्रोटीन रहित होने से इसकी प्रकृति एसिडिक हो जाती है. यह शरीर में जाकर हड्डियों के कैल्शियम को सोख लेता है. इसी के साथ, मैदा अच्छी तरह पचता नहीं और कई बार हमारी आँतों से चिपक जाता है और हमारी आंतों को ब्लॉक कर सकता है, जिससे कई तरह की बड़ी बीमारियां जन्म ले लेती हैं.

बाजार में बनाए जाने वाले कुछ मोमोज में ब्लीच, क्लोरीन गैस, बेंजोयल पेरोक्साइड मिलाया जाता है. ये केकेमिकल्स किडनी और पैंक्रियाज को डैमेज कर देते हैं, साथ ही डायबिटीज का खतरा भी बढ़ा देते हैं. बाजार में मोमोज के साथ मिलने वाली लाल चटनी भी लो क्वालिटी (Low Quality) की होती है, जो पाइल्स, गैस्ट्राइटिस, पेट और आंतों में ब्लीडिंग की वजह बन सकती है.

बाजार में कुछ दुकानदार मोमोज का स्वाद बढ़ाने के लिए उनमें मोनो सोडियम ग्लूटमेट नामक तत्व भी मिला देते हैं, जो मोमोज को जल्दी पकाने में मदद करता है, उनके टेस्ट को बढ़ा देता है और उन्हें सुगंधित भी बना देता है, लेकिन यही केमिकल मोटापे को बढ़ाता है, साथ ही ब्रेन और नर्व्स की समस्या, सीने में दर्द और हृदय रोग जैसी शिकायतों का कारण भी बनता है. इसके ज्यादा सेवन से सिरदर्द, सुन्नपन, छाती में दर्द, पसीना ज्यादा आने की समस्या हो सकती है.

बाजार में बनने वाले अधिकतर मोमोज एल्युमिनियम के स्टीमर में बनाए जाते हैं, और खाना पकाने के लिए एल्युमिनियम के बर्तन बेहद नुकसानदायक साबित होते हैं. इसी के साथ, बाजार में मिलने वाले वेज मोमोज में कभी-कभी सड़ी-गली सब्जियां डाल दी जाती हैं. ये सब्जियां शरीर में पहुंचकर कीड़े और इनफेक्शंस का कारण बनती हैं. और नॉनवेज मोमोज के लिए तो कहने ही क्या.

हम मोमोज कैसे खा सकते हैं (How can we eat momos)?

यदि आप मोमोज खाना ही चाहते हैं तो बेहतर होगा कि आप इसे घर पर बनायें, क्योंकि घर पर बनाने से आप इनमें न तो किसी प्रकार के केमिकल्स का प्रयोग करेंगे और न ही खराब मसालों का. साथ ही आप इन्हें मैदे के स्थान पर आटे से बना सकते हैं, जिससे ये स्वास्थ्य के लिए हानिकारक नहीं होंगे. अगर आप मोमोज को उचित और स्वस्थ तरीके से बनाते हैं तो मोमोज एक अच्छी रेसिपी हो सकती है. बाजार के पैकेट बंद स्नैक्स खाने से अच्छा है कि आप घर पर अच्छे स्नैक्स बनायें.

Written By : Nancy Garg


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