Vedas : वेदों में मांसाहार, पशुबलि और अश्लीलता
आज कुछ अलग ही बुद्धि वाले लोग वेदों (Vedas) आदि पर कई अनर्गल आरोप लगाने का प्रयास करते हैं. उनके अनुसार, वेदों में मांस भक्षण की प्रवृत्ति को प्रोत्साहन दिया गया है और इन्हीं लोगों […]
आज कुछ अलग ही बुद्धि वाले लोग वेदों (Vedas) आदि पर कई अनर्गल आरोप लगाने का प्रयास करते हैं. उनके अनुसार, वेदों में मांस भक्षण की प्रवृत्ति को प्रोत्साहन दिया गया है और इन्हीं लोगों […]
आज सनातन धार्मिक-ऐतिहासिक ग्रंथों में जो हिंदी अर्थ दिए गए हैं, वे मात्र शब्दार्थ हैं, उन्हें भावार्थ, गूढ़ार्थ और तत्वार्थ न समझें. शब्दार्थ और भावार्थ में बहुत अंतर होता है. सही भावार्थ समझना हर किसी के बस की बात नहीं. […]
एक समय शिवभक्तों और विष्णुभक्तों में एक-दूसरे को जीतने की इच्छा से बड़ा विवाद हुआ. तब भगवान् शंकर और विष्णु जी ने अपने भक्तों के देखते-देखते एक परम अद्भुत रूप धारण किया. […]
Valmiki Ramayana and Ramcharitmanas of Tulsidas महर्षि वाल्मीकि द्वारा रामायण की रचना का काल आज से लगभग 9 लाख वर्ष पहले के आसपास का बताया जाता है. हालाँकि, इस तथ्य को लेकर विद्वानों में मतभेद […]
तप के बल से ही ब्रह्मा जी संसार की रचना करते हैं और तप के बल से ही श्री विष्णु सारे जगत् का पालन करते हैं. तप के बल से ही भगवान शिव (रुद्र रूप से) जगत् का संहार करते हैं. […]
श्रृंगेरी (Sringeri) कर्नाटक के चिकमंगलूर जिला (Chikkamagaluru, Karnataka) का एक तालुक या तहसील है. यह शहर तुंगा नदी (Tunga River) के तट पर स्थित है, व आठवीं शताब्दी में बसाया गया था. […]
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