अपना अध्ययन स्वयं करें, पूरा अध्ययन करें, किसी के बहकावे में आकर मूर्ख न बनें!
श्रीकृष्णनन्दन भगवान प्रद्युम्न ने उसके भावों में परिवर्तन को देखकर कहा- “देवि! आप तो मेरी मां समान हो. आपकी बुद्धि ऐसी उल्टी कैसे हो गयी? मैं देख रहा हूँ कि आप मेरे साथ माता का भाव छोड़कर कामिनी के समान हाव-भाव दिखा रही हो”॥११॥ […]