इतना बड़ा सूर्य हनुमान जी ने कैसे निगल लिया? पहले देवता नजर आते थे तो आज क्यों नहीं?
किसी व्यक्ति ने एक संत से पूछा कि “अगर भगवान हर जगह है, तो मूर्तियों-मंदिरों की क्या जरूरत है?” संत ने कहा- […]
किसी व्यक्ति ने एक संत से पूछा कि “अगर भगवान हर जगह है, तो मूर्तियों-मंदिरों की क्या जरूरत है?” संत ने कहा- […]
Samudra Manthan ke 14 Ratnas List जब कोई भी व्यक्ति किसी भी लक्ष्य को पाने के लिए कोई भी कार्य शुरू करता है, तब शुरुआत में कई प्रकार की समस्याएँ आती हैं. अगर व्यक्ति इन […]
भगवान विष्णु, राक्षस जालंधर और वृंदा की कहानी जालंधर एक भयंकर और क्रूर राक्षस था. चूंकि वह सागर का जातक पुत्र था, इसलिए लक्ष्मी जी उसे अपना भाई मानती थीं. जालंधर की पत्नी वृंदा बहुत […]
जिस किसी चीज में द्रव्यमान (Mass) होता है उसमें गुरुत्वाकर्षण बल भी होता है. अधिक द्रव्यमान वाली वस्तुओं में गुरुत्वाकर्षण अधिक होता है. दूरी के साथ गुरुत्वाकर्षण भी कमजोर होता जाता है. […]
Valmiki Ramayana and Ramcharitmanas of Tulsidas महर्षि वाल्मीकि द्वारा रामायण की रचना का काल आज से लगभग 9 लाख वर्ष पहले के आसपास का बताया जाता है. हालाँकि, इस तथ्य को लेकर विद्वानों में मतभेद […]
वाल्मीकि रामायण के बाद सबसे प्रमाणिक मानी जाने वाली गोस्वामी तुलसीदास जी की रामचरितमानस में भी उत्तरकाण्ड है, लेकिन .. […]
इस चौपाई में अगर हम ‘ताड़ना’ का अर्थ “मारना, पीटना, दंड देना, प्रताड़ित करना” आदि से लगाएंगे, तो … […]
पृथ्वी की सबसे बाहरी परत पर क्रस्ट (Crust) है, जिसमें महाद्वीप और महासागरीय घाटियां शामिल हैं. पृथ्वी का क्रस्ट किसी सेब पर छिलके के समान है. […]
भगवान श्रीकृष्ण ने गोपियों के वस्त्र चुरा लिये. गोपियां श्रीकृष्ण से प्रार्थना करती हैं कि वे उनके वस्त्र उन्हें लौटा दें, तब श्रीकृष्ण उन्हें स्वयं जल से बाहर निकलकर वस्त्र लेने के लिए कहते हैं. […]
महाभारत (Mahabharata) के पहले दो श्लोकों को पढ़ने से ही प्राचीन भारत के वैभव के बारे में, वर्ण व्यवस्था के बारे में, विद्या की परंपरा के बारे में, अरण्यों (वनों) की सुव्यवस्था और समृद्धि के बारे में और ज्ञान के विस्तार के बारे में स्पष्ट जानकारी मिलती है. […]
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