Wheatgrass Juice Recipes
गेहूं (Wheat) हर घर में होता है. मुख्य रूप से हर घर में गेहूं की रोटी बनती है जिसे आप सब रोज खाते होंगे. गेहूं से कई और भी तरह के स्वादिष्ट खाद्य पदार्थ तैयार किए जाते हैं. इसकी भूसी जानवरों के लिए बहुत उपयोगी होती है. गेहूं खाद्यान्न फसल होने के साथ-साथ औषधीय गुणों से भी भरपूर है. इसका सही मात्रा में सेवन कई बीमारियों को दूर रखता है. दर्द, खांसी, हृदय रोग, गैस इत्यादि में गेहूं बहुत ही गुणकारी है.
आज के हेल्थ कॉन्शियस युग में गेहूं के ज्वारे के बारे में भी लगभग हर कोई जानता है. और यदि नहीं तो हम बता देते हैं. गेहूं के जवारे प्रकृति की एक अनमोल देन हैं. अनेक आहार शास्त्रियों ने इसे संजीवनी बूटी भी कहा है. गेहूं की फसल शुरुआत में हरी घास की तरह होती है. इसे ही गेहूं के जवारे या अंग्रेजी में व्हीटग्रास (Wheatgrass) कहते हैं. लेकिन इसे केवल घास ही कहना उचित नहीं होगा, क्योंकि असल में ये अंकुरित गेहूं (Sprouted Wheat) होते हैं.
जब गेहूं को मिट्टी में बोया जाता है, तब 5-6 दिनों में ये अंकुरित होकर बढ़ने लगते हैं और छोटी-छोटी पत्तियां निकलनी शुरू हो जाती है. ये अंकुरित पत्तियां ही गेहूं के जवारे कहलाती हैं. गेहूं के जवारे स्वास्थ्य के लिए लिहाज से बहुत फायदेमंद होते हैं. गेहूं के जवारे पाचन संबंधी बीमारियों, कॉलेस्ट्रॉल, वजन को नियंत्रित रखने व ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में सहायक होते हैं. गेहूं के ज्वारे के रस के उपयोग को “ग्रीन ब्लड थेरेपी” भी कहा जाता है. व्हीटग्रास जूस को प्राकृतिक पोषण का स्रोत माना जाता है. तो आइये, इस गुणकारी गेहूं के जवारे का रस बनाने की विधि जानते हैं.
सामग्री —
गेहूं के जवारे का रस बनाने के लिए आपको चाहिए-
- गेहूं के जवारे (one bunch)
- एक नींबू
- काला नमक – स्वाद अनुसार
- भुना हुआ जीरा – आधा छोटी चम्मच
- पानी – आवश्यकतानुसार.
गेहूं के जवारों का रस बनाने की विधि —
1- गेहूं के जवारों को धोकर काट लीजिए.
2- अब पानी के साथ गेहूं के जवारों को पीस लीजिए.
3- रस को छान लीजिए.
4- इस रस में नींबू, काला नमक, भुना जीरा और आवश्यकतानुसार पानी मिलाकर गेहूं के जवारे का रस तैयार कीजिए.
कुछ महत्वपूर्ण बातें-
• वैसे तो जवारों का रस सिर्फ गेहूं और पानी मिलाकर ही बनता है, पर हर कोई यह जूस पी नहीं सकता. इसलिए इसमें नींबू या कोई मौसमी फल मिलाकर पीना अच्छा होता है.
• एक ध्यान देने की बात यह है कि गेहूं के जवारों का रस तुरंत पीने के लिए होता है. इसको बनाकर रख नहीं सकते हैं, क्योंकि फिर यह उतना उपयोगी नहीं होगा.
• इसी के साथ, जब आप शुरुआत में गेहूं के जवारे का जूस ले रहे हैं, तब सीमित मात्रा में लें. शुरुआत में आप 20 से 30ml शुरू कर सकते हैं या आप मिनी शॉट्स के रूप में भी ले सकते हैं.
• इस जूस के पीने का सबसे अच्छा समय सुबह खाली पेट होता है. बस यह ध्यान रखें कि शुरुआत थोड़ी मात्रा में करें फिर धीरे-धीरे बढ़ाएं, यदि यह आपकी सेहत के लिए उपयुक्त है तो.
Written By : कुसुम विकास यादव (Kusum Vikas Yadav)
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