अंकुरित अनाज या दालें : जानिए अनाजों या दालों को अंकुरित करने की विधि और इन्हें खाने के फायदे

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अंकुरित अनाज या दालें (Sprouts)

Sprouts benefits in hindi-

प्रकृति ने हम इंसानों के खाने-पीने और स्वस्थ रहने के लिए ढेरों चीजें बनाई हैं, साथ ही प्रकृति यह भी चाहती है कि उसकी तरफ से दी गईं इन सभी चीजों को हम ज्यादातर उसी रूप में खाने की कोशिश करें, जिस रूप में हमें दी गई हैं. यह स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी और फायदेमंद है. ऐसी ही चीजों में से एक है- अंकुरित बीज (Sprouts), जिसके बारे में आज तो सभी लोग जानते हैं. यही वजह है कि आज ज्यादातर घरों के ब्रेकफास्ट में स्प्राउट्स अपनी खास जगह बना चुके हैं. अब लोगों ने परांठे और ब्रेड-बटर का नाश्ता छोड़कर स्प्राउट्स लेना शुरू कर दिया है.

क्या हैं अंकुरित अनाज

Ankurit anaj aur dal : जब किसी भी अनाज जैसे- मूंग, चना, गेहूं, मटर, मोंठ, उड़द, सोयाबीन आदि के बीजों को लगभग 10 से 12 घंटे के लिए पानी में भिगोकर रखा जाता है और फिर उन्हें लगभग 24 से 36 घंटों के लिए कुछ नमी में या गीले कपड़े में ढककर रख दिया जाता है, तो उनमें से अंकुर फूट जाते हैं (उन अनाजों में से सफेद धागे से निकल आते हैं). इन्हें ही हम अंकुरित अनाज या स्प्राउट्स कहते हैं. अंकुरित करने से अनाज या बीज या दाने फूलकर बड़े और मुलायम हो जाते हैं. इन्हें कच्चा भी खाया जा सकता है या, इनकी कोई मनपसंद डिश भी तैयार की जा सकती है.

Sprouted vegetable seeds- अंकुरित अनाजों और दालों के साथ-साथ सब्जियों के बीजों जैसे मूली, मेथी, अल्फाल्फा और क्लोवर आदि को भी अंकुरित करके खाया जा सकता है. सब्जियों के अंकुरित बीज, अंकुरित अनाज और अंकुरित दालों से भी ज्यादा फायदेमंद, पौष्टिक और पचने में हल्के बताए गए हैं. सब्जियों के बीजों को भी अंकुरित करने की वही विधि होती है, जो दालों और अनाजों को अंकुरित करने की होती है.

अंकुरित अनाज के फायदे-

स्प्राउट्स एकदम नेचुरल डाइट (Natural Diet) हैं. ये पोषक तत्वों, प्रोटीन और विटामिन्स से भरपूर होते हैं, इसलिए सेहत के लिए बहुत फायदेमंद माने जाते हैं. इन्हें खाने से कोई साइड इफेक्ट्स सामने नहीं आते. किसी भी अनाज में जो भी पौष्टिक गुण या पोषक तत्व होते हैं, उन्हें अंकुरित कर देने से ये पोषक तत्व दोगुने हो जाते हैं.

स्प्राउट्स में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन A, B और C पाया जाता है, साथ ही इनमें फाइबर भरपूर मात्रा में होता है. लेकिन इनमें कैलोरी की मात्रा बहुत कम होती है. यानी इन्हें खाने से शरीर को ताकत और मजबूती तो खूब मिलती है, लेकिन वजन बढ़ने का खतरा नहीं रहता, बल्कि ये मोटापे को कम करने में मदद ही करते हैं.

स्प्राउट्स पचने में भी बहुत हल्के होते हैं, जिस वजह से हमारी आंतों को बहुत मेहनत नहीं करनी पड़ती और इससे हमारी एनर्जी या ताकत हमारे शरीर में ही रह जाती है. ये खाने में स्वादिष्ट भी होते हैं और पचाने में भी आसान होते हैं.

स्प्राउट्स शरीर की अंदर से बहुत अच्छी सफाई करते हैं. इन्हें खाने से खून में मिले विषैले तत्व बाहर आ जाते हैं, जिससे त्वचा और बालों से जुड़ी समस्याओं (Skin and hair problems) से भी राहत मिलती है.

स्प्राउट्स आंतों को साफ करते हैं और रोग-प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) को बढ़ाकर बीमारियों से लड़ने की ताकत देते हैं. रेशेदार अंकुरित अनाज खाने से पाचन तंत्र मजबूत बनता है और पेट से जुड़ी कई समस्याएं दूर हो जाती हैं.

स्प्राउट्स को कच्चा भी खाया जा सकता है, इसलिए इन्हें खाने के लिए इन्हें तेल, घी आदि में पकाने की जरूरत नहीं होती, जिससे ये कोलेस्ट्रोल फ्री होते हैं और पचने में भी बहुत हल्के होते हैं. हर उम्र का व्यक्ति इन्हें आसानी से खा सकता है (केवल बहुत ही छोटे बच्चों को छोड़कर).

स्प्राउट्स भूख न लगने की समस्या को भी दूर करते हैं. इन्हें खाने से सही मात्रा में भूख लगती है. गर्भवती महिलाओं और बुजुर्ग लोगों के लिए भी अंकुरित अनाज बहुत फायदेमंद होते हैं. ये कुपोषण की समस्या को भी दूर कर देते हैं.

अंकुरित अनाज को तैयार करने की विधि-

किसी भी अनाज या दाल या सब्जी के बीजों को अच्छे से साफ करके और धोकर, साफ पीने के पानी में भिगोकर और ढककर रख दें. करीब 12 घंटे बाद इन्हें पानी से निकालकर किसी साफ सूती कपड़े में रखकर किसी जालीदार बर्तन या डलिया में ढककर रख दें. जहां ये बर्तन रखें, वहां का तापमान सामान्य हो. एकदम कम या ज्यादा तापमान में बीज ठीक से अंकुरित नहीं होते. इसी तरह, अंकुरित होने के लिए बीजों में नमी का होना जरूरी है, लेकिन उनमें पानी नहीं भरा होना चाहिए. 24 से 36 घंटों बाद आप देखेंगे कि अनाजों या बीजों या दालों में से अंकुर फूट आए हैं.

किस तरह खा सकते हैं अंकुरित अनाज?

स्प्राउट्स को आप चाहें तो ऐसे ही खा सकते हैं या, उनमें कटी प्याज या खीरा, टमाटर, धनिया, नींबू, काला नमक, हरी मिर्च या काली मिर्च आदि भी डालकर खा सकते हैं. इनसे इनका स्वाद और भी बढ़ जाता है. आप चाहें तो अंकुरित अनाजों को पहले उबाल भी सकते हैं और फिर उनमें इन सब चीजों को मिलाकर खा सकते हैं. उबालने के बाद बचे पानी को फेंकने की बजाय उसे सूप की तरह पीया भी जा सकता है. या आप चाहें तो इन अंकुरित अनाज को तलकर भी खा सकते हैं, लेकिन इन्हें तलने से इनके कई पोषक तत्व खत्म हो जाते हैं, इसलिए इन्हें प्राकृतिक रूप में ही खाएं.

एक बात का ध्यान रखें कि 2 तरह के अनाजों या बीजों को एक साथ एक ही बर्तन में अंकुरित होने के लिए न रखें, क्योंकि दो तरह के बीजों के अंकुरित होने का समय भी अलग-अलग होता है, इसलिए अलग-अलग अनाज या दालों को अलग-अलग बर्तन में ही अंकुरित होने के लिए रखें.

अलग-अलग अंकुरित अनाज के फायदे-

अंकुरित मूंग (Sprouted Moong)– फायदों के मामले में दालों में सबसे पहला नाम मूंग का ही आता है. मूंग को अंकुरित कर खाने से बड़े फायदे मिलते हैं. अंकुरित मूंग की दाल में विटामिन-C, फाइबर, आयरन, विटामिन-B6, नियासिन ,थायमिन, प्रोटीन, कॉपर, राइबोफ्लेविन, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, पोटेशियम और खनिज तत्व पाए जाते हैं, जिससे बीमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है और कई बीमारियों से बचाव होता है. इन्हें रोज के नाश्ते में लिया जा सकता है.

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अंकुरित चने (Sprouted gram)- अंकुरित चने नेचुरल डाइट में सबसे अच्छे माने जाते हैं. इनमें आयरन और कैल्शियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है, साथ ही ये पचाने में भी बहुत आसान होते हैं. अंकुरित चने खाने से किडनी में नए सेल्स जल्दी और आसानी से बनते हैं.

अंकुरित गेहूं (Sprouted Wheat)- गेहूं को अंकुरित करके खाने से शरीर में प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन, आयरन, या कहा जाए तो सभी पोषक तत्वों की कमी पूरी हो जाती है. अंकुरित गेहूं में पोषक तत्वों की भरपूर मात्रा पाई जाती है, इसलिए अंकुरित गेहूं को ‘जीवनदायिनी’ भी कहा गया है.

अंकुरित मोंठ (Sprouted Moth)- मूंगमोंठ या मोंठ को अंकुरित करके खाने से पाचन तंत्र को मजबूती मिलती है. इसमें पाए जाने वाले फाइबर पेट और पाचन से जुड़ी समस्याओं को दूर करते हैं.

अंकुरित सोयाबीन (Sprouted soybeans)- अंकुरित सोयाबीन में प्रोटीन भरपूर मात्रा में होता है. इसी के साथ इनमें विटामिन A, B, C, फॉस्फोरस, कैल्शियम, आयरन, जिंक, मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्व भी पाए जाते हैं. ये इम्यूनिटी को बढ़ाकर हड्डियों को मजबूत बनाते हैं.

अंकुरित मूंगफली (Sprouted peanuts)- अंकुरित मूंगफली में बहुत प्रोटीन होता है, जो शरीर को बीमारियों से बचाकर मजबूती देता है. अंकुरित मूंगफली रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है और शरीर को मजबूत बनाने में मदद करती है. लेकिन इन्हें बहुत ज्यादा मात्रा में नहीं खाना चाहिए.

नोट- इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और कई किताबों पर आधारित है.

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