मेथी के फायदे : सर्दियों में मेथी खाने की आदत डाल लीजिए, होंगे ये बड़े फायदे

methi ke fayde

खाने में हरी पत्तेदार सब्जियों (Green Leafy Vegetables) का स्थान हमेशा से ही ऊंचा रहा है. विज्ञान के अनुसार, हरी पत्तेदार सब्जियों में क्लोरोफिल (Chlorophyll) अच्छी मात्रा में होता है, जिसमें सूर्य की एनर्जी होती है. क्लोरोफिल को कीटाणुनाशक माना जाता है. यह दांतों और मसूढ़ों में होने वाली सड़न को रोकता है. इसके अलावा, हरी पत्तेदार सब्जियों में प्रोटीन और आयरन भी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, जिससे यह शारीरिक कमजोरी और खून की कमी को दूर करती हैं. हरी सब्जियों में मौजूद क्षार खून में एसिड की मात्रा को कंट्रोल में रखता है.

हरी सब्जियों में मेथी (Fenugreek or Methi) का विशेष महत्व है, जिसका इस्तेमाल पूरे भारत में काफी मात्रा में होता है. इसकी पत्तियां सब्जी बनाने के काम आती हैं और दाने मसाले और औषधि के रूप में इस्तेमाल किए जाते हैं. वहीं, मेथी की पत्तियों को सुखाकर दूसरे मौसम में भी इस्तेमाल कर लिया जाता है. मेथी पत्तों से केवल सब्जी ही नहीं, पराठे, रोटी, पकोड़े, भजिया जैसी कई तरह की अलग-अलग रेसिपी बनाई जाती हैं.

सेहत के लिए बहुत फायदेमंद हैं मेथी के पत्ते

आमतौर पर मेथी का इस्तेमाल सर्दियों में ही किया जाता है, क्योंकि इसकी तासीर गर्म होती है. मेथी के पत्ते स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छे माने जाते हैं और इसी वजह से यह हमारे आहार का जरूरी हिस्सा बन जाते हैं. वैसे तो मेथी की सब्जी थोड़ी कड़वी होती है, जिसकी वजह से बहुत से लोग और बच्चे इसे खाना पसंद नहीं करते, लेकिन मेथी के इतने सारे फायदे हैं कि सर्दियों में इसे खाने की आदत डाल ही लेनी चाहिए.

आप जब भी बाजार जाएं और मेथी पत्तों को देखें, तो इसे जरूर घर ले आएं और अपनी डाइट में शामिल करें. मेथी कई बड़ी बीमारियों को दूर करने की क्षमता रखती है. यहां हम आपको मेथी से जुड़े कई सारे फायदे बताने जा रहे हैं, जिसके बाद आपको इसकी सब्जी और भी ज्यादा टेस्टी लगने लगेगी.

मेथी (Fenugreek)

वैसे तो मेथी हर मौसम में उगाई जा सकती है, लेकिन आमतौर पर इसकी बोआई दिसंबर से मार्च के बीच में की जाती है. भारत में मेथी सब जगह मिलती है. मेथी के पौधे जमीन से करीब एक फीट ऊंचे होते हैं. इनके पत्ते छोटे-छोटे और 3-3 समूह में होते हैं. कोमल पत्तों वाली मेथी कम कड़वी और ज्यादा गुणकारी होती है. मेथी के जठर पौधों पर कलियां लगती हैं, जिनमें दाने होते हैं. ये दाने भी ‘मेथी’ के नाम से ही जाने जाते हैं.

methi

मेथी पत्तों के फायदे

सर्दियों में- कोई भी सब्जी बनाते समय उनमें मेथी के बीजों या दानों का भी इस्तेमाल करना चाहिए. इसी के साथ, मेथी की भाजी का रोज सेवन किया जा सकता है.

सर्दियों में मेथी के कोमल छोटे पत्तों की सब्जी बनाकर खाने से कब्ज दूर होती है, पाचन की समस्याएं दूर होती हैं, खून साफ होता है और शक्ति बढ़ती है. अफारा, पेट दर्द, पेट में गैस आदि समस्याओं में मेथी फायदेमंद मानी गई है. यह पाचन शक्ति को सुधारती है, साथ ही शरीर को निरोगी और ताकतवर बनाती है.

सर्दियों में मेथी की सब्जी रोज खाने से कफ, गैस और बवासीर में आराम होता है. मेथी के बीजों की तुलना में मेथी पत्तों की सब्जी कम गर्म होती हैं. यह पचने में हल्की होती है, पेट की गैस को दूर करती है और कफ को मिटाती है.

मेथी की भाजी में खून को सुधारने का भी विशेष गुण होता है. जिन लोगों में खून की कमी या खून की खराबी की समस्या हो, उनके लिए सर्दियों में मेथी की भाजी का रोज सेवन फायदेमंद होता है.

जिन लोगों को अक्सर पेट की खराबी, सर्दी-जुकाम-कफ आदि की शिकायत रहती है, या सर्दियों में जिन लोगों को सांस की तकलीफ बढ़ जाती है, उनके लिए सर्दियों में मेथी पत्तों का सेवन करना बहुत फायदेमंद है.

घरेलू औषधि के रूप में मेथी बहुत ही उपयोगी होती है. यह शरीर से गंदगी को बाहर निकालने में मदद करती है. मेथी के सेवन से महिलाओं में कमजोरी दूर होती है और ताकत आती है.

प्रसूता स्त्रियों के लिए मेथी बहुत फायदेमंद बताई जाती है. यह माताओं का दूध बढ़ाती है.

मेथी के दानों को पीसकर अचार में डाला जाता है. कच्चे आम खट्टे होने की वजह से कभी-कभी हाथ-पैरों में दर्द का कारण बनते हैं, लेकिन कच्चे आम में मेथी के दाने मिलाकर खाने से हाथ-पैरों में दर्द नहीं होता.

मेथी में फाइबर अच्छी मात्रा में पाया जाता है, जिससे इसका इस्तेमाल वजन घटाने में भी किया जा सकता है.

मेथी की पत्तियां कोलेस्ट्रॉल को भी कम करने में मदद करती हैं, इसलिए यह हृदय रोगों के लिए भी अच्छी दवा है.

मेथी का सेवन लिवर के लिए भी अच्छा माना जाता है.

मेथी के बीजों को घी में सेंककर उन्हें पीस लें और इन्हें गुड़-आटे के लड्डू में मिलाएं. सर्दियों में रोज एक लड्डू का सेवन करने से कई फायदे मिलते हैं. सर्दियों में ये लड्डू दमा (अस्थमा) के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद हैं.

अलग-अलग समस्याओं में मेथी के इस्तेमाल और फायदे-

डायबिटीज (Diabetes) में- शुगर लेवल ज्यादा होने या डायबिटीज होने पर मेथी की भाजी का एक कप रस रोज पीने से फायदा होता है, या रोज रात में एक छोटी चम्मच मेथी के बीज पानी में भिगोकर रख दें. सुबह उन्हें खूब मसल-मसलकर इस पानी को छान लें. एक महीने तक जो सुबह यह पानी पीने से शुगर लेवल कम होता है. (लेकिन सही में इस पानी का सेवन कब तक करना है, इसके लिए किसी जानकार या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें).

methi for hair

बालों और त्वचा के लिए- मेथी की भाजी का सेवन करना बालों और त्वचा के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है. बालों और त्वचा, दोनों के लिए मेथी के बीजों का अलग-अलग तरह से इस्तेमाल किया जाता है.

मेथी के बीजों का पेस्ट बनाकर उसमें शहद मिला लें. इसे पिंपल्स (मुहासों) पर लगा लें और 3-4 घंटों बाद पानी से धो लें. पिंपल्स कम हो जाएंगे. वहीं, मेथी के पत्तों को पीसकर चेहरे पर लगाने से काले धब्बे दूर हो जाते हैं.

मेथी के बीजों को पानी में उबालें और इस पानी में बेसन मिलाकर पेस्ट बना लें. इस पेस्ट को ठंडा होने के बाद चेहरे पर लगाएं और आधे घंटे बाद पानी से मुंह धो लें. इससे चेहरे पर निखार आता है.

मेथी के एक-दो चम्मच बीच रातभर पानी में भिगोकर रख दें. सुबह इन बीजों को पीसकर बालों की जड़ों में लगाएं और आधे से एक घंटे बाद बालों को शैंपू कर लें. ऐसा करने से बालों का झड़ना कम हो जाता है.

जिन लोगों को लो ब्लड प्रेशर (Low Blood Pressure) की शिकायत हो, उन्हें सर्दियों में मेथी की सब्जी में अदरक, गरम मसाला आदि डालकर खाना चाहिए.

मेथी पत्तों का रस पीने से पेट के कीड़े खत्म हो जाते हैं.

ताजी हरी मेथी के पत्तों का सेवन करने से लगभग 80 तरह के वायु रोगों (Air Diseases) में आराम होता है.

मेथी के सेवन से गठिया की बीमारी में भी आराम होता है, क्योंकि गठिया वात दोषों के कारण होता है और मेथी वात रोगों की श्रेष्ठ दवा मानी जाती है.

मेथी की भाजी के रस में काली द्राक्ष मिलाकर पीने से पेचिश में आराम होता है, या मेथी के बीजों को शुद्ध घी में भूनकर खाने से पेचिश या दस्त में आराम होता है, या ताजी छाछ में मेथी के दानों का बघार लगाकर पीने से भी दस्त में आराम मिलता है.

गर्मियों में- मेथी की सूखी भाजी या सुखाए हुए पत्तों को ठंडे पानी में भिगोकर रख दें. अच्छी तरह भीग जाने पर उन्हें अच्छी तरह मसलकर इस पानी को छान लें. इस पानी में थोड़ा सा शहद मिलाकर पीने से गर्मियों में लू लगने से होने वाली बेचैनी खत्म होती है.

मेथी पाक

मेथी के साथ सोंठ, आटा या बेसन, घी, दूध, चीनी, काली मिर्च, सौंफ, धनिया, जायफल, दालचीनी, कलौंजी, तेजपत्ता, पीपर, हल्दी, सूखे मेवे आदि मिलाकर स्वादिष्ट मेथी पाक (Methi Pak) बनाया जाता है. यह सर्दियों में कई तरह की समस्याओं से दूर रखता है. इसी के साथ, यह वातरोग, ठंड का बुखार, पीलिया आदि में फायदेमंद होता है और शरीर को ताकत देता है. इसे बनाने की विधि आप किसी से भी जान सकते हैं.

मेथी के सेवन में सावधानियां-

मेथी की तासीर बहुत गर्म होती है, इसलिए इसका सेवन मुख्य रूप से सर्दियों में ही किया जाना चाहिए, साथ ही इसका इस्तेमाल सीमित मात्रा में करना चाहिए.

नोट- इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और कई किताबों पर आधारित है. इन पर अमल करने से पहले डॉक्टर या जानकार की सलाह ले लें.



Copyrighted Material © 2019 - 2024 Prinsli.com - All rights reserved

All content on this website is copyrighted. It is prohibited to copy, publish or distribute the content and images of this website through any website, book, newspaper, software, videos, YouTube Channel or any other medium without written permission. You are not authorized to alter, obscure or remove any proprietary information, copyright or logo from this Website in any way. If any of these rules are violated, it will be strongly protested and legal action will be taken.



About Niharika 255 Articles
Interested in Research, Reading & Writing... Contact me at niharika.agarwal77771@gmail.com

Be the first to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published.


*