Shri Ram : वाल्मीकि जी ने श्रीराम के बताए हैं ये गुण
“हमारे राक्षस जहां भी जाते हैं, उन्हें हर जगह केवल राम ही राम दिखाई देते हैं.” […]
“हमारे राक्षस जहां भी जाते हैं, उन्हें हर जगह केवल राम ही राम दिखाई देते हैं.” […]
किसी ने मुझसे पूछा कि यदि राम के समय पुष्पक विमान बन सकते थे, पत्थरों से समुद्र पर सेतु बनाए जा सकते थे, तो आज … […]
सीता जी हनुमान जी जैसा वानर देखकर बहुत डर जाती हैं. हनुमान जी सीताजी को पूरी रामकथा सुना देते हैं और यह भी बता देते हैं कि उन्हें श्रीराम ने ही भेजा है, तो भी सीताजी हनुमान जी पर विश्वास नहीं करती. […]
उपनयन संस्कार प्राचीन भारत में मनुष्य के जन्म से लेकर मृत्यु तक होने वाले कुल 16 संस्कार में से एक है, जिसमें बालक यज्ञोपवीत धारण करता है और इसके बाद वह शिक्षा और वेदों को पढ़ने का अधिकार प्राप्त करता है. […]
महर्षि जाबालि भगवान श्रीराम के सामने नास्तिकता का तर्क रख देते हैं, जिस पर श्रीराम तर्क के साथ ही उत्तर देते हैं. […]
तुलसीदास जी ने उत्तरकाण्ड में लव-कुश का साफ तौर पर जिक्र किया है. और उससे यह भी पता चलता है कि लव-कुश का जन्म सीता-वनवास के दौरान नहीं, बल्कि महल में ही हुआ था. […]
भगवान श्रीराम और माता सीता जी (Shri Ram and Sita) की जोड़ी इस संसार की सबसे आदर्श जोड़ियों में से एक है. इस जोड़ी में सुरक्षा और सम्मान दोनों की भावना है. […]
अपने वनवास की तैयारी करते हुए श्रीराम माता कौशल्या जी से कहते हैं, “पिताजी ने आज मुझे सम्पूर्ण दण्डकारण्य का राज्य दे दिया है. मेरा विश्वास करो, मुझे वहां कोई कष्ट नहीं होगा. पिताजी के वचन का पालन करके मैं शीघ्र ही लौट आऊंगा.” […]
Shri Ram Sita वनवास की अवधि पूरी होने में एक वर्ष ही शेष रह गया था. श्रीराम-सीताजी और लक्ष्मण जी पंचवटी में एक कुटिया बनाकर शांति से रह रहे थे, कि एक दिन रावण की […]
Shri Ram ki Mahima (Ramayan) रावण ने जब श्रीराम के लिए अपमानजनक भाषा का प्रयोग कर, उनकी पत्नी सीता जी के हरण की योजना मारीच को बताते हुए उससे सहायता करने के लिए कहा, तो […]
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