Who is Indra Dev : इन्द्र कौन हैं, ऋग्वेद में इंद्र को क्या कहा गया है?
छांदोग्य उपनिषद के अनुसार, इंद्र ने प्रजापति के पास 101 वर्षों तक ब्रह्मचर्यपूर्वक वास करते हुए ज्ञान प्राप्त किया था. सभी देवताओं में इंद्र ने ही … […]
छांदोग्य उपनिषद के अनुसार, इंद्र ने प्रजापति के पास 101 वर्षों तक ब्रह्मचर्यपूर्वक वास करते हुए ज्ञान प्राप्त किया था. सभी देवताओं में इंद्र ने ही … […]
सन् 1900 में कैलिफोर्निया के लॉस एंजिल्स में दिए गए एक व्याख्यान में स्वामी विवेकांनद ने कुछ अलौकिक घटनाओं के बारे में बताते हुए कहा था कि हमारे मन-मस्तिष्क में असीमित शक्तियां भरी पड़ी हैं … […]
कुछ बातें और कुछ परिस्थितियाँ तर्क-वितर्क के परे होती हैं. चमत्कार होना न होना एक अलग विषय है, लेकिन आपके अनुभव ही आपके विचार बनते हैं… […]
सीता जी का हरण हो जाने पर श्रीराम को रोते हुए देखकर माता सती सोचने लगीं, “कि यदि सच में श्रीराम भगवान हैं तो इनकी पत्नी का हरण कैसे हो गया? यदि श्रीराम भगवान होते, तो क्या ये इस प्रकार … […]
मनुस्मृति विश्व के सबसे प्राचीन धर्मशास्त्रों में से एक है. प्राचीन समय में मनुसंहिता को बहुत ही महत्वपूर्ण और आदरणीय स्थान प्राप्त था. मनुस्मृति की गणना विश्व के ऐसे ग्रंथों में की जाती है, जिनसे … […]
मानवीय शक्तियों ने कई बार देवताओं की शक्तियों से टकराने का प्रयास किया है, कई बार उनकी शक्तियों को चुनौती दी है, जैसे कि विश्वामित्र. वहीं, भगवान श्रीकृष्ण ने देवताओं का अहंकार तोड़ने के लिए पृथ्वीलोक पर उनकी पूजा बंद करवाके प्रकृति की पूजा का चलन बनाया. […]
तिलक (Tilak) लगाना केवल एक धार्मिक या श्रद्धा का ही कार्य नहीं है. तिलक लगाने से शरीर और मन को बहुत सारे फायदे मिलते हैं. […]
मनुष्य जपरहित, नास्तिक और चोर होंगे. उस समय सारा जगत मलेच्छ हो जाएगा, इसमें संशय नहीं है. तब मानवता नष्ट हो जाएगी. अनैतिक साहित्य ही लोगों की पसंद बन जाएगा. धर्म-कर्म का लोप हो जाएगा. एक हाथ दूसरे हाथ को लूटेगा. […]
नारद जी ने कहा, “तुम बड़े धोखेबाज और मतलबी हो. सदा कपट का व्यवहार करते हो. भले को बुरा और बुरे को भला बना देते हो. सबको ठग-ठगकर इतने निडर हो गए हो कि… […]
Bhagwan Vishnu ke 10 Avatar भगवान विष्णु जी (Shri Vishnu) के मुख्य रूप से 10 अवतार ही माने गए हैं. बाकी अवतार या तो उनके अंशावतार हैं या उनके पार्षदों के रूप. भगवान के पूर्णावतार […]
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