Carrot : इन बड़ी बीमारियों को दूर कर देती है गाजर, जानिए आंखों, त्वचा और सेहत के लिए गाजर के फायदे

carrot ke fayde aur nuksan

Carrot ke fayde in hindi – गाजर (Carrots or Gajar) प्रकृति की तरफ से दिया गया एक अमूल्य उपहार है. शक्ति का भंडार मानी जाने वाली गाजर एक फल भी है और सब्जी भी. गाजर को किसी भी रूप में खाया जाए, फायदा ही देती है. विटामिन-A की भरपूर मात्रा होने के कारण आंखों के लिए तो यह वरदान जैसी है, वहीं पेट और त्वचा से जुड़ीं समस्याओं के लिए भी गाजर बहुत अच्छी मानी जाती है. इसमें खून को साफ करने की भी क्षमता होती है. अगर गाजर का सेवन सही मात्रा में और सही तरीके से किया जाए, तो यह शरीर को अनगिनत बड़े फायदे पहुंचाती है. आइए जानते हैं गाजर के इस्तेमाल और उसके फायदे-

गाजर की खेती (Carrot farming)

भारत में गाजर की पैदावार सब जगह होती है. यह एक कंद शाक है और मूली की ही तरह जमीन के भीतर होती है. यह सर्दियों में उगाई जाने वाली फसल है. गाजर की बोआई अगस्त-सितंबर से नवंबर-दिसंबर तक होती है. गाजर की खेती लगभग हर तरह की उपजाऊ जमीन में की जा सकती है, लेकिन इसके लिए दोमट और बलुई मिट्टी सबसे अच्छी रहती है.

गाजर के पौधे करीब डेढ़ से दो फीट ऊंचे होते हैं. गाजर के लिए ऐसी जमीन अच्छी रहती है, जो ना ज्यादा रेतीली हो और न ज्यादा बेसर. जिस जमीन में जल-निकासी की अच्छी व्यवस्था हो और जहां की मिट्टी अच्छे निथारवाली और गहरी भुरभुरी हो, वह जमीन गाजर की खेती के लिए अनुकूल रहती है.

carrot farming

गाजर जमीन में से ज्यादा से ज्यादा मात्रा में पोषक तत्व और पोटाश चूस लेती है. गाजर की कई किस्में होती हैं. देसी गाजरों का रंग लाल और विदेशी गाजरों का रंग गुलाबी या नारंगी होता है. कुछ गाजर छोटी तो कुछ बड़ी होती हैं. लाल और काली रंग की गाजर ज्यादा अच्छी मानी जाती है.

गाजर के गुण (carrots properties)

गाजर स्वाद में मीठी होती है. गाजर में विटामिन-A काफी मात्रा में पाया जाता है, जिससे यह आंखों के लिए बहुत फायदेमंद होती है. गाजर में पाया जाने वाला बीटा कैरोटीन ही शरीर में जाकर विटामिन-ए में बदल जाता है. इसी के साथ, गाजर में विटामिन B, C, D, E और K भी होते हैं. इनके आलावा, गाजर में पोटेशियम, कैल्शियम, जिंक, आयरन, फॉस्फोरस, सोडियम और कॉपर जैसे खनिज तत्व भी अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं. इससे यह त्वचा और पेट के लिए भी बहुत फायदेमंद साबित होती है.

गाजर के इस्तेमाल (carrots uses)

गाजर को कच्ची भी खाया जा सकता है और भूनकर भी. ज्यादातर लोग गाजर का जूस या रस (Gajar ka juice) पीना ज्यादा पसंद करते हैं, यह ज्यादा फायदेमंद होने के साथ-साथ बहुत स्वादिष्ट और मीठा भी होता है. गाजर का सूप (Gajar ka soup) भी बनाया जा सकता है और सब्जी भी… और गाजर का हलवा और खीर तो सभी को पसंद होते हैं. इसी के साथ, गाजर का अचार और मुरब्बा भी डाला जाता है.

नोट- गाजर की तासीर ठंडी होती है, लेकिन इसके बीज गर्म होते हैं, इसलिए गर्भवती महिलाओं को गाजर के बीजों का सेवन नहीं करना चाहिए. गाजर की बीच का पीला भाग भी गर्म होता है. गाजर के बीच का पीला भाग खाने से, या ज्यादा मात्रा में गाजर खाने के बाद आधे घंटे के अंदर ही पानी पी लेने से खांसी आने लगती है.

गाजर के फायदे (carrot benefits / Carrot ke fayde in hindi)

विटामिन-A (Vitamin-A) शरीर के लिए बहुत जरूरी है. विटामिन-ए की कमी से- शरीर का विकास रुक जाता है, और क्षमता भी घट जाती है, आंखों की रोशनी घटने लगती है, अनाज को पचने में देर लगती है, त्वचा खुरदरी हो जाती है, दांत और मसूड़े ढीले पड़ जाते हैं, हड्डियां भी कमजोर होने लगती हैं… इस विटामिन-ए की कमी को पूरा करने के लिए गाजर सबसे अच्छा और सस्ता उपाय है. शरीर को बीमारियों के आक्रमण से बचाने के लिए भी गाजर जरूरी है.

आंखों के लिए गाजर के फायदे- गाजर औषधीय गुणों से भरपूर होती है. गाजर आंखों की समस्याओं के लिए बहुत लाभदायक है. कहते हैं कि गाजर, पालक और आंवले के रस का सेवन करने से मोतियाबिंद दो-तीन महीनों में ही खत्म हो जाता है.

यह भी कहा जाता है कि कोई व्यक्ति, जिसकी आंखों की रोशनी कमजोर हो, अगर वह एक महीने तक रोजाना गाजर का जूस या सूप का सेवन करे, तो उसका पुराना चश्मा भी छूट जाता है.

शरीर के लिए गाजर के फायदे- शारीरिक और बौद्धिक विकास के लिए गाजर फायदेमंद है. गाजर शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता और खून बढ़ाती है. यह शरीर को ताकत देती है और कई बड़ी बीमारियों से दूर रखती है.

गाजर के रस में चुकंदर का रस, टमाटर का रस या आंवले का रस मिलाकर पीने से आंखों की रोशनी बढ़ती है, शरीर की कमजोरी और दुर्बलता दूर होती है, त्वचा में चमक आती है और झुर्रियां दूर होती हैं… आदि.

gajar ka ras

गाजर में कैंसर को रोकने वाले गुण भी पाए जाते हैं. कहा जाता है कि बहुत दिनों तक गाजर के जूस या सूप का सेवन करने से कैंसर जैसी बीमारी से कोसों दूर रहा जा सकता है.

गाजर का जूस पीने से आंखों और शरीर की दुर्बलता या कमजोरी दूर हो जाती है और एक नई ऊर्जा मिलती है. वहीं, कच्ची गाजर या गाजर की सलाद खूब चबा-चबाकर खाने से दांत और मसूढ़े भी अच्छे और मजबूत बनते हैं.

छोटे बच्चों को गाजर का रस या सूप पिलाने से उनका विकास अच्छे से होता है. उनके दांत भी सरलता से निकलते हैं और उन्हें दूध भी ठीक से पच जाता है.

गाय-भैंस जैसे जानवरों को गाजर या गाजर के पत्ते खिलाने से वे पुष्ट होते हैं और ज्यादा दूध देते हैं.

पेट के लिए गाजर के फायदे (Pet ke liye Carrot ke fayde in hindi)-

पेट के लिए भी गाजर बहुत अच्छी मानी जाती है. गाजर का जूस या सूप पीने से कब्ज की समस्या खत्म होती है. गाजर खाने से अरुचि दूर होती है और पाचन शक्ति भी मजबूत होती है.

गाजर की तासीर ठंडी होती है, इसका सेवन करने से बवासीर और दस्त में आराम होता है. गाजर का सेवन करने से पाचन की कई समस्याएं दूर हो जाती हैं.

नोट- लेकिन ज्यादा मात्रा में गाजर खाने से पेट में दर्द भी होता है, इसलिए गाजर का सेवन भी उचित मात्रा में ही करें. अगर गाजर खाने से पेट में दर्द हो, तो ऐसे में थोड़ा गुड़ खाएं. वहीं, जिन लोगों को पित्त की शिकायत हो, उन्हें भी गाजर का सेवन उचित मात्रा में ही करना चाहिए. ऐसे लोगों को बजाए कच्ची गाजर खाने के, गाजर का जूस या सूप का सेवन करना चाहिए.

त्वचा के लिए गाजर के फायदे (Skin ke liye Carrot ke fayde in hindi) –

त्वचा के लिए भी गाजर के कई फायदे हैं. गाजर के रस का सेवन करने से खून साफ होता है, जिससे झुर्रियां दूर होती हैं और त्वचा में चमक आती है. वहीं, गाजर का रस त्वचा पर लगाने से भी झुर्रियां दूर होती हैं और निखार भी बढ़ता है. गाजर में विटामिन C और E भी पाया जाता है, जो त्वचा से एजिंग को मिटाकर चमक और कसावट भरता है.

अलग-अलग समस्याओं या बीमारियों में गाजर के फायदे (Carrot ke fayde in hindi)-

carrot for eyes

गाजर का जूस या सूप का सेवन रोज करने से आंखों की समस्याएं, जैसे- रतौंधी, आंखों की रोशनी में कमी, आंखों में दर्द आदि में फायदा होता है. यह चश्मे का नंबर भी घटा सकता है.

गाजर का रस दिमाग के लिए भी बहुत अच्छा माना जाता है. गाजर का रस पीने से दिमाग की कमजोरी दूर होती है.

 गाजर के रस में सेंधा नमक, जीरा, काली मिर्च और नींबू का रस डालकर पीने से या गाजर का सूप बनाकर पीने से अरुचि, अपच और कब्ज में आराम होता है और पाचन संबंधी समस्याएं भी दूर होती हैं.

 गाजर का सूप दस्त में फायदेमंद होता है. दस्त लगने पर गाजर को उबालकर उसका सूप बनाकर पीना चाहिए. गाजर का रस पेट के कीड़े भी खत्म करता है.

गाजर का रस पीने से सूजन में आराम होता है.

गाजर को उबालकर और उसे मसलकर घाव पर लगाने से आराम होता है.

गाजर को किसकर या बारीक पीसकर उसमें थोड़ा नमक मिलाकर और गर्म करके खाज पर लगाने से फायदा होता है.

अगर किसी अंग में जलन हो रही हो तो उस पर गाजर का रस लगाने से आराम होता है.

गाजर का रस या सूप पीने से शुगर लेवल भी कंट्रोल में रहता है, इसलिए गाजर का सेवन डायबिटीज के मरीजों के लिए भी अच्छा माना जाता है.

गाजर के रस का सेवन करने से हृदय रोगों से भी बचा जा सकता है. गाजर का रस शरीर में कोलेस्ट्रॉल लेवल को कंट्रोल में कर रखता है और हृदय की कमजोरी दूर करता है. (जिन लोगों का हृदय कमजोर होता है, उन्हें कच्ची गाजर खाने की बजाय उसे भूनकर या उसका रस थोड़ा गर्म करके या या सूप पीना चाहिए).

गाजर के सेवन में सावधानियां

गाजर को अच्छे से धोकर और छीलकर ही इस्तेमाल करें. पैकेट बंद कटी गाजर या गाजर के पैकेट बंद जूस का सेवन न करें.

गाजर की तासीर ठंडी होती है, लेकिन इसके बीज गर्म होते हैं, इसलिए गर्भवती महिलाओं को गाजर के बीजों का सेवन नहीं करना चाहिए. गाजर की बीच का पीला भाग भी गर्म होता है. गाजर के बीच का पीला भाग खाने से, या ज्यादा मात्रा में गाजर खाने के बाद आधे घंटे के अंदर ही पानी पी लेने से खांसी आने लगती है.

जिन लोगों को गैस की शिकायत हो, उन्हें कच्ची गाजर खाने की बजाय, उसका सूप या उसका गुनगुना रस पीना चाहिए. इसी के साथ, जिन लोगों का हृदय कमजोर होता है, उन्हें कच्ची गाजर खाने की बजाय उसे भूनकर या उसका रस थोड़ा गर्म करके या गाजर का सूप पीना चाहिए.

जिन लोगों को कफ या सर्दी-जुकाम की शिकायत हो, उन्हें कच्ची गाजर या उसका ठंडा रस पीने की बजाय, गाजर का गरमागरम सूप (जिसमें टमाटर, चुकंदर आदि भी मिलाए जा सकते हैं) या गाजर के रस को गर्म करके और उसमें सेंधा नमक, काली मिर्च आदि मिलाकर पीना चाहिए.

ज्यादा मात्रा में गाजर खाने से पेट में दर्द भी होता है, इसलिए गाजर का सेवन भी उचित मात्रा में ही करें. अगर गाजर खाने से पेट में दर्द हो, तो ऐसे में थोड़ा गुड़ खाएं. वहीं, जिन लोगों को पित्त की शिकायत हो, उन्हें भी गाजर का सेवन उचित मात्रा में ही करना चाहिए. ऐसे लोगों को बजाए कच्ची गाजर खाने के, गाजर का जूस या सूप का सेवन करना चाहिए.



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