Padma Award 2021 : 119 हस्तियां पद्म पुरस्कारों से सम्मानित, जानिए कुछ महत्वपूर्ण बातें

padma awards 2021
Padma Awards 2021

8 नवंबर को भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) ने राष्ट्रपति भवन में साल 2020 के लिए चयनित 119 हस्तियों को पद्म पुरस्कारों (Padma Awards) से सम्मानित किया. इन पुरस्कारों की लिस्ट में 7 पद्म विभूषण, 10 पद्म भूषण और 102 पद्मश्री पुरस्कार शामिल हैं. इन सभी सम्मानित होने वाली हस्तियों में 29 महिलाएं शामिल हैं. इस साल एक ट्रांसजेंडर (फोक डांसर मंजम्मा जोगाठी-पद्मश्री) को भी यह सम्मान दिया गया है.

वहीं, 16 लोगों को मरणोपरांत ये पुरस्कार प्रदान किए गए हैं. इस सम्मान समारोह के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह समेत अन्य गणमान्य व्यक्ति राष्ट्रपति भवन में मौजूद रहे. इन पुरस्कारों से सम्मानित हस्तियों की तस्वीरें और डिटेल्स राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के ट्विटर अकाउंट पर देखी जा सकती हैं. पद्म पुरस्कार विजेताओं को सम्मानित करने का यह समारोह साल 2020 में कोरोनावायरस के चलते आयोजित नहीं किया जा सका था.

पद्म पुरस्कार

पद्म पुरस्कार (Padma Award) भारत रत्न के बाद भारत का दूसरा सबसे बड़ा उच्च नागरिक सम्मान (Civilian Honor) है. इन पुरस्कारों की शुरुआत साल 1954 से की गई थी. उस समय केवल पद्म विभूषण पुरस्कार दिए जाने की ही शुरुआत हुई थी, लेकिन साल 1955 से पद्म पुरस्कार के तहत दूसरे स्थान पर ‘पद्म भूषण’ और तीसरे स्थान पर ‘पद्मश्री’ पुरस्कार देने की भी शुरुआत की गई.

पद्म पुरस्कार किन क्षेत्रों में दिए जाते हैं?

पद्म पुरस्कार तीन श्रेणियों में प्रदान किए जाते हैं-
पद्म विभूषण- असाधारण और विशिष्ट सेवा के लिए
पद्म भूषण- उच्च कोटि की विशिष्ट सेवा के लिए
पद्मश्री- विशिष्ट सेवा के लिए.

पद्म पुरस्कार सरकारी कर्मचारियों की तरफ से की गई सेवा समेत किसी भी क्षेत्र में की गई उच्च कोटि की विशिष्ट सेवा के लिए दिए जाते हैं. ये पुरस्कार अलग-अलग विषयों/गतिविधियों, जैसे- कला, साहित्य और शिक्षा, चिकित्सा, खेल, सिविल सेवा, सामाजिक कार्य, सार्वजनिक मामले, विज्ञान और इंजीनियरिंग, व्यापार और उद्योग आदि क्षेत्रों में दिए जाते हैं.

जैसे- कर्नाटक की 73 वर्षीय आदिवासी महिला तुलसी गौड़ा (Tulsi Gowda) को विशिष्ट सामाजिक कार्यों के लिए पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. उन्होंने अब तक 30,000 से भी ज्यादा पेड़-पौधे लगाए हैं. वह जंगल से जुड़ीं तमाम जानकारियां रखती हैं, जबकि गरीबी के चलते वह पढ़ाई भी नहीं कर सकीं.

tulsi gowda padma shri

गौड़ा ने 12 साल की उम्र से ही अपने यहां पेड़-पौधे लगाना शुरू कर दिए थे और उनकी अच्छी तरह देखभाल कर उन्हें बड़ा किया. जानकारी के मुताबिक, बाद में वह अस्थाई तौर पर एक स्वयंसेवक के रूप में वन विभाग में शामिल हुईं और तब से उनकी पहचान प्रकृति संरक्षण के प्रति समर्पण रखने वाली महिला या पर्यावरणविद (Environmentalist) के तौर पर हुई. वह अपना काम आज भी जारी रखे हुए हैं. इस तरह तुलसी गौड़ा को पर्यावरण की सुरक्षा में उनके योगदान या विशेष सामाजिक कार्यों के लिए यह सम्मान दिया गया है.

पद्म पुरस्कारों की चयन प्रक्रिया और कुछ अन्य तथ्य

ये पुरस्कार पद्म पुरस्कार समिति (Padma Awards Committee) की तरफ से की गईं सिफारिशों के आधार पर दिए जाते हैं. इस समिति का गठन हर साल प्रधानमंत्री की तरफ से किया जाता है.

पद्म पुरस्कारों की घोषणा हर साल गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) पर की जाती है और ये पुरस्कार भारत के राष्ट्रपति की तरफ से आमतौर पर हर साल मार्च-अप्रैल के महीने में दिए जाते हैं.

पद्म पुरस्कार मरणोपरांत भी दिए जाते हैं. इसी के साथ, ये पुरस्कार विदेशियों को भी दिए जाते हैं. एक साल में दिए जाने वाली सभी पुरस्कारों की कुल संख्या (मरणोपरांत पुरस्कारों और विदेशियों को दिए जाने वाले पुरस्कारों को छोड़कर) 120 से ज्यादा नहीं होनी चाहिए.

पद्म पुरस्कारों को भी भारत रत्न के साथ साल 1977 में बंद कर दिया गया था और 1980 में फिर से शुरू किया गया था. ये पुरस्कार साल 1978, 1979, 1993 से 1997 के दौरान निलंबित किए गए.

एक नजर भारत रत्न पर

भारत रत्न (Bharat Ratna) भारत सरकार की तरफ से दिया जाने वाला सर्वोच्च नागरिक सम्मान है. इसकी स्थापना 1954 में की गई थी. इसे कला, साहित्य, विज्ञान और सार्वजनिक सेवा या जीवन में असाधारण और उच्च कोटि की उपलब्धि के लिए दिया जाता है.

भारत रत्न के लिए प्रधानमंत्री की तरफ से राष्ट्रपति को सिफारिश की जाती है. इसके लिए किसी औपचारिक सिफारिश की जरूरत नहीं होती. एक विशेष वर्ष में अधिकतम तीन व्यक्तियों को ही भारत रत्न से सम्मानित किया जा सकता है. साल 1954 में यह पुरस्कार सबसे पहले डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन, चक्रवर्ती राजगोपालाचारी और डॉक्टर चंद्रशेखर वेंकटरमण को दिया गया था.

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About Sonam Agarwal 238 Articles
LLB (Bachelor of Law). Work experience in Mahendra Institute and National News Channel (TV9 Bharatvarsh and Network18). Interested in Research. Contact- sonagarwal00003@gmail.com

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